हिजाब कानून के तहत सलीके से हिजाब नहीं पहनने पर महसा अमीनी (Mahsa Amini) की हिरासत में कथित पिटाई से मौत के बाद हिंसक हुए आंदोलन की आग अब ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता अयातुल्ला रूहोल्लाह खुमैनी (Ayatollah Ruhollah Khomeini) के घर तक पहुंच गई है. हिजाब कानून विरोधी (Hijab Protest) आंदोलन अब तीसरे महीने में प्रवेश कर चुका है. इस बीच आंदोलन को दबाने के लिए सुरक्षा बलों की कार्रवाई में अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा एक आंदोलकारी को फांसी भी दे दी गई. इससे गुस्साए आंदोलनकारियों ने ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता अयातुल्ला खुमैनी के खुमैन स्थित घर को पेट्रोल बम की मदद से आग के हवाले कर दिया. इसके साथ ही ईरान (Iran) सरकार समेत खुमैनी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. अर्सा पहले खुमैन स्थित घर को खुमैनी संग्रहालय में तब्दील कर दिया गया था. इस घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं.
उग्र नारेबाजी कर फेंके पेट्रोल बम
वायरल वीडियो में आंदोलनकारी ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता के खिलाफ नारेबाजी करते देखे जा सकते हैं. वीडियो में उग्र नारेबाजी हो रही है, जिसमें कहा जा रहा है, 'यह साल खून का साल है, सर्वोच्च धार्मिक नेता खुमैनी का भी पतन होगा. यह उग्र धरना-प्रदर्शन तेहरान में किया गया, जिसके पीछे संग्राहलय के कई हिस्सों में धधकती लपटें भी देखी जा सकती हैं.' वीडियो से पता चलता है कि आंदोलनकारियों ने खुमैनी के घर कम संग्राहलय को आग के हवाले करने के लिए पेट्रोल बमों का इस्तेमाल किया. ईरान में हिजाब कानून विरोधी आंदोलन के समर्थन के कई देशों में भी प्रतीकात्मक आंदोलन हुए हैं. लड़कियों और महिलाओं ने अपने बाल काटते हुए वीडियो पोस्ट कर ईरानी आंदोलकारियों को अपना समर्थन दिया है.
#BREAKING: This is #Khomein, birthplace of founder of Islamic Regime of #Iran, Dictator #Khomeini. Protesters burned the house of #Khomeini which had been turned into a museum by the terrorist regime 30 years ago. #MahsaAmini #مهسا_امینی pic.twitter.com/k7sDx40oFr
— Babak Taghvaee - The Crisis Watch (@BabakTaghvaee1) November 17, 2022
यह भी पढ़ेंः UNSC में भारत की स्थायी सदस्यता के लिए ब्रिटेन ने की बड़ी वकालत
सुरक्षा बलों की कार्रवाई में 300 से ज्यादा लोग मारे गए
फिलहाल हिजाब कानून विरोधी आंदोलन ईरान के 23 शहरों में फैल चुका है. ईरान सरकार के इशारे पर सुरक्षा बल जैसे-जैसे कड़ा रुख अख्तियार कर रहे हैं, वैसे-वैसे आंदोलन की आग अन्य शहरों में भी फैलती जा रही है. मानवाधिकार समूहों का दावा है कि आंदोलन को दबाने के फेर में सुरक्षा बलों की कार्रवाई में अब तक 300 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. ऐसी चर्चा भी है कि आंदोलन को जड़ से खत्म करने के लिए तेहरान सरकार और भी हिंसक कदम उठा सकती है. इस बीच रिवोल्युशनरी गार्ड्स के प्रमुख जनरल हुसैन सलामी ने आरोप लगाया है कि ईरान पश्चिमी देशों की साजिश झेल रहा है. उन्होंने कहा, 'अमेरिका, इंग्लैंड, इजरायल, सऊदी अरब और उनके मित्र देश अल्लाह, उनके पैगंबर और शहीदों से मुकाबले की तैयारी कर रहे हैं.'
HIGHLIGHTS
- खुमैन स्थित अयातुल्लाह के घर को संग्रहालय में बदला जा चुका है
- गुस्साए आंदोलकारियों ने पेट्रोल बम की मदद से यहां की आगजनी
- ईरान सरकार आंदोलन को कुचलने के लिए कड़ाई करने पर तत्पर
Source : News Nation Bureau