अमेरिका और ईरान के बीच तनातनी बढ़ती जा रही है. अमेरिकी हवाई हमले में ईरान के कमांडर कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद पूरी दुनिया युद्ध के मुहाने पर पहुंच गई है. इस बीच ईरान ने रविवार को अमेरिका के साथ हुए परमाणु समझौते से बाहर निकलने का ऐलान किया है. ईरानी राज्य टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान अब 2015 के अपने परमाणु समझौते की किसी भी सीमा का पालन नहीं करेगा.
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बता दें कि ईरान के साथ हुए बहुपक्षीय समझौते से अमेरिका के पीछे हटने और उस पर फिर से प्रतिबंध लगाने के जवाब में ईरान ने अब परमाणु समझौते से पीछे हटने से संबंधित अपने पांचवें कदम को अंतिम रूप दे दिया है. इससे पहले विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्बास मौसावी ने टेलीविजन पर प्रसारित बयान में कहा, ‘पांचवें कदम के संबंध में फैसला पहले ही किया जा चुका है, लेकिन मौजूदा स्थिति पर विचार किया जा रहा है.‘राजनीति की दुनिया में सभी चीजें एक दूसरे को प्रभावित करती हैं. बहरहाल, मौसावी ने ऐसा कोई संकेत नहीं दिया कि अगला कदम क्या होगा और न ही इसके घोषणा किए जाने का समय बताया.
Iranian state TV reports Iran will no longer abide by any limits of its 2015 nuclear deal: The Associated Press https://t.co/jhvJMfgcpU
— ANI (@ANI) January 5, 2020
रविवार रात हुई बैठक के बाद ईरान ने अमेरिका के साथ हुए परमाणु समझौते को तोड़ दिया है. अब ईरान 2015 के अपने परमाणु समझौते की किसी भी सीमा का पालन नहीं करेगा. ईरान की इस फैसले से अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बड़ा झटका लगा है.
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वहीं, लेबनान के शिया आंदोलन हिज्बुल्ला के प्रमुख ने रविवार को कहा था कि ईरान के शीर्ष कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद अब अमेरिकी सेना को इसकी कीमत चुकानी होगी. सुलेमानी बगदाद में किए गए अमेरिकी हवाई हमले में मारे गए थे. हसन नसरल्ला ने टीवी पर प्रसारित एक भाषण में कहा कि अमेरिकी सेना ने उनकी (सुलेमानी की) हत्या की और उसे इसकी कीमत चुकानी होगी.
ईरान के जनरल कासिम सुलेमानी की बेटी जेनब सुलेमानी ने कहा है कि उनके पिता की मौत ने उन्हें ‘तोड़ा’ नहीं पाएगा और अमेरिका (America) को यह जान ले कि उनका खून बेकार नहीं जाएगा. सुलेमानी की बेटी जेनब सुलेमानी ने लेबनान के ‘अल-मनार टीवी’ को बताया कि ‘घटिया’ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मारे गए ईरानी नेता की उपलब्धियों को मिटा नहीं सकता है.
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर कहा कि ईरान बदला लेने की धमकी दे रहा है. मैं ईरान को चेतावनी देना चाहता हूं कि अगर उसने किसी अमेरिकी या अमेरिकी ठिकाने पर हमला किया तो हमने ईरान के 52 ठिकानों की पहचान की है. (ईरान द्वारा बंधक बनाए गए 52 अमेरिकी बंदियों की याद में). इन 52 ईरानी ठिकानों में कई उच्च स्तर के हैं और ईरान और उसकी संस्कृति के लिए बेहद अहम हैं. इन ठिकानों पर बहुत तेजी से और बहुत विध्वंसक तरीके से निशाना बनाया जाएगा. इसलिए अमेरिका को और ज्यादा धमकी नहीं चाहिए.
Source : News Nation Bureau