ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने ईरानी महिलाओं के अधिकारों के संबंध में अमेरिका की हस्तक्षेपवादी नीतियों को पाखंडी बताया है. समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने आईआरएनए समाचार एजेंसी की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि नासिर कनानी ने ईरान को महिलाओं की स्थिति पर बुधवार को संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक परिषद में अमेरिका के प्रस्तावित प्रस्ताव के जवाब में यह टिप्पणी की.
कनानी ने मानवाधिकारों के प्रति वाशिंगटन के रवैये को दोहना मानदंड वाला बताते हुए कहा कि अतीत और वर्तमान में अमेरिकी सरकार का इतिहास और ²ष्टिकोण इंगित करता है कि उसकी राजनीति में मानवाधिकारों का वास्तविक स्थान नहीं है.
प्रवक्ता ने कहा कि चार दशक से जारी अमेरिका के एकतरफा प्रतिबंधो के कारण ईरानी बच्चों, महिलाओं के जीवन, स्वास्थ्य, नौकरियों और आजीविका पर व्यापक और अमानवीय प्रभाव पड़ा है.
22 वर्षीय महसा अमिनी की 16 सितंबर को तेहरान में पुलिस हिरासत के बाद मौत होने पर वहां विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था. ईरान इसके पीछे अमेरिका व कुछ पश्चिमी देशों का हाथ बताया है.
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Source : IANS