वेनेजुएला के जल क्षेत्र में प्रवेश कर ईरानी ईंधन टैंकरों ने तेहरान और काराकस के खिलाफ अमेरिकी प्रतिबंधों को खारिज कर दिया है. एक विशेषज्ञ ने यह बात कही. वर्ल्ड स्टडीज ऑफ द यूनिवर्सिटी ऑफ तेहरान के प्रोफेसर फोद इजादी ने रविवार को कहा कि ईरान और वेनेजुएला के बीच जो समझौता हुआ, उस पर अमेरिकी प्रतिबंध थे. ऐसे में यह मुख्य रूप से अमेरिकी नीतियों का एक अपमान है.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, रविवार को गैसोलीन से भरे पांच ईरानी टैंकरों का फ्लोटिला वेनेजुएला की नौसेना की सुरक्षा में देश के जल क्षेत्र में प्रवेश कर गया. सोमवार को, दो अन्य टैंकर कैरेबियन सागर में प्रवेश कर गए और वे इस लैटिन अमेरिकी देश के रिफाइनरी बंदरगाहों की ओर बढ़ रहे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के प्रशासन द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के प्रभावों से बचने के लिए ईरान और वेनेजुएला संघर्ष कर रहे हैं.
इस्लामिक रिपब्लिक के पास तेल और गैसोलीन का अधिशेष है, कोरोनावायरस महामारी के कारण लगे प्रतिबंधों से इसके निर्यात में खासा गिरावट आई है और इससे वैश्विक आर्थिक झटका लगा है. इस बीच अपनी पुरानी रिफाइनरी सुविधाओं और अक्षम ऊर्जा प्रबंधन के कारण वेनेजुएला को ईंधन की सख्त जरूरत है, जिसके कारण वह इसके आयात पर निर्भर है.
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पिछले हफ्ते, व्हाइट हाउस ने घोषणा की कि वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ईरान का भुगतान करने के लिए केंद्रीय बैंक भंडार से सोने का उपयोग कर रहे थे, और वाशिंगटन तेहरान द्वारा वेनेजुएला को की जा रही ईंधन आपूर्ति के जवाब में कदम उठाने पर विचार कर रहा था.
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इसके बाद ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा था कि "यदि अमेरिका ने कैरेबियन सागर में या दुनिया के अन्य हिस्सों में हमारे तेल टैंकरों के लिए कोई समस्या पैदा करता है, तो हम उसके जवाब में उनके लिए समस्या पैदा करेंगे."