इराक और तुर्की के बीच कुर्दिस्तान में हुई बमबारी के बाद आरोप-प्रत्यारोप के दौर और कूटनीतिक जंग और तेज हो गई है. बमबारी में मृत 9 लोगों और 23 घायलों में ज्यादातर इराकी नागरिक हैं. इस हादसे में बच्चों की भी मौत हुई है. इराक ने बमबारी के लिए तुर्की को जिम्मेदार ठहराया. इराक ने तुर्की पर अपने अर्ध-स्वायत्त क्षेत्र के दुहोक प्रांत में रिसॉर्ट पर हमला करने का आरोप लगाया है. तुर्की ने इन आरोपों का खंडन कर कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी को इसके लिए कठघरे में खड़ा किया है. इस बीच इराक ने अंकारा से अपने राजदूत को वापस बुला तुर्की के राजदूत को तलब किया है.
पीकेके आतंकी संगठन घोषित है
इराकी मंत्रिस्तरीय परिषद ने एक बयान में कहा, 'तुर्की इराक की संप्रभुता के खिलाफ उल्लंघन को रोकने की इराक की मांगों की अवहेलना कर रहा है और अच्छे पड़ोसी के सिद्धांत का अनादर कर रहा है.' परिषद ने हमले के विरोध में तुर्की में एक नए राजदूत को भेजने पर रोक लगाने और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में शिकायत दर्ज करने का आदेश देने का भी फैसला किया. अंकारा नियमित रूप से उत्तरी इराक में सीमा पार सैन्य कार्रवाई करता है, कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (पीकेके) को लक्षित करने का दावा करता है, जिसे तुर्की, अमेरिका और यूरोपीय संघ द्वारा एक आतंकवादी संगठन के रूप में सूचीबद्ध किया गया है.
तुर्की ने बमबारी से किया इनकार
तुर्की ने इराक के अर्ध-स्वायत्त क्षेत्र कुर्दिस्तान में एक रिसॉर्ट पर घातक बमबारी की जिम्मेदारी से इनकार किया है और इराकी अधिकारियों से कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (पीकेके) के 'प्रभाव और प्रचार' से दूर रहने का आग्रह किया है. तुर्की के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'तुर्की अंतर्राष्ट्रीय कानून के अनुसार आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखे हुए है' हम नागरिकों, नागरिक बुनियादी ढांचे, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संपत्तियों और प्रकृति की सुरक्षा के लिए अत्यंत संवेदनशीलता के साथ काम करते हैं.' इसके साथ ही तुर्की सच्चाई पर रोशनी डालने के लिए सभी कदम उठाने के लिए तैयार है. मंत्रालय ने इराकी अधिकारियों से हमले के असली अपराधियों को खोजने के लिए अंकारा के साथ सहयोग करने का आह्वान किया.
तुर्की करता रहता है हमला
इराक के सरकारी मीडिया ने कहा कि बमबारी तुर्की बलों ने की है. गौरतलब है कि अप्रैल में, तुर्की सेना ने इराक के दुहोक प्रांत के मेटिना, जैप और अवासिन-बस्यान क्षेत्रों में अपनी सीमाओं के पार पीकेके के ठिकानों के खिलाफ एक जमीनी और हवाई हमला किया था. तुर्की सेना अक्सर इराक के कुर्दिस्तान में जमीनी अभियान, हवाई हमले और तोप से बमबारी करती है. विशेष रूप से कंदील पर्वत पीकेके विद्रोहियों का मुख्य आधार शिविर है. तुर्की, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ द्वारा आतंकवादी संगठन के रूप में सूचीबद्ध पीकेके तीन दशकों से अधिक समय से तुर्की सरकार के खिलाफ विद्रोह कर रहा है.
HIGHLIGHTS
- दुहोक प्रांत में एक रिसार्ट पर हुई बमबारी
- हमले में 9 लोग मारे गए, 23 घायल
- हताहतों में ज्यादातर इरानी नागरिक