केंद्र सरकार एलन मस्क और टेस्ला को लेकर रेड कार्पेट बिछाने की तैयारी में है. ऐसी खबर सामने आ रही है कि एलन मस्क टेस्ला के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट को गुजरात में लगाने की तैयारी कर रहे हैं. वहीं तमिलनाडु में एक अन्य कंपनी ने अपना दबदबा बना लिया है. तमिलनाडु ग्लोबल इंवेस्टर मीट में एक ऑटो कंपनी ने ईवी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने की घोषणा की है. यह टेस्ला की बड़ी राइवल बताई जा रही है. एलन मस्क और टेस्ला का देश में एक नाम गणित बिगाड़ सकता है. इसका नाम है विनफास्ट. ये दुनिया की टॉप ईवी कंपनियों में से एक है. ऐसी जानकारी सामने आई है कि ईवी मेकर विनफास्ट तमिलनाडु में दो बिलियन डॉलर यानी 16 हजार करोड़ रुपए से अधिक का निवेश करने की तैयारी कर रही है. कंपनी ने अपने बयान में कहा कि विनफास्ट और तमिलनाडु सरकार राज्य में प्रोजेक्ट से पहले फेज में 50 करोड़ डॉलर के निवेश की दिशा में काम करेंगे.
16 हजार करोड़ रुपए का निवेश
विनफास्ट की ओर बयान में कहा गया है कि तमिलनाडु सरकार राज्य में प्रोजेक्ट के पहले फेज के लिए 50 करोड़ डॉलर की प्रतिबद्धता के साथ कुल दो अरब डॉलर (16,000 करोड़ रुपए से ज्यादा) के निवेश की दिशा में काम करने वाला है. यह निवेश पांच साल के अंदर किया जाएगा. यह कदम विश्व के तीसरे सबसे बड़े वाहन बाजार में विनफास्ट के विस्तार में अहम कदम है. तमिलनाडु के सीएम एम के स्टालिन ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा विनफास्ट 16,000 करोड़ रुपये के निवेश पर तूतीकोरिन में ईवी कार और बैटरी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने वाली है. वियतनाम की ये फर्म देश में करीब 3500 जॉब पैदा करने में सक्षम है.
एलन मस्क को मिलेगी टक्कर
विनफास्ट ने एलन मस्क की टेस्ला से पहले काम को आरंभ कर दिया है. इसका अर्थ है कि विनफास्ट भारत में मेक इन इंडिया कार लेकर आने वाली है. ये कार एलन मस्क को कड़ी प्रतिस्पर्धा दे सकती है. टेस्ला की इंपोर्टिड कार 20 लाख रुपये की है. विनफास्ट की मेक इंडिया कार टेस्ला से सस्ती होने की संभावना है. इस अर्थ ये है कि एलन मस्क ईवी में प्राइस वॉर का सामना करना पड़ सकता है. टेस्ला भारत की मार्केट तभी रह पाएगी, जब तक मेक इंडिया कार बनानी आरंभ नहीं होगी.
Source : News Nation Bureau