हेनामोर नमक कैटेगरी 5 का सुपर ट्रॉपिकल साइक्लोन दक्षिण चीन सागर और ताइवान स्टेट के बीच में से गुजर रहा है। इसके कारण ताइवान ,अमेरिका ,दक्षिण कोरिया, जापान ,फिलीपींस, इंडोनेशिया, मलेशिया और वियतनाम ने अपनी कोस्ट गार्ड के साथ नौसेना के जंगी जहाजों को बंदरगाह में रहने के निर्देश दिए हैं। इसी खराब मौसम का फायदा शी जिनपिंग की खराब सोच उठाती हुई नजर आ रहे हैं। तभी चीन ने शनिवार ,रविवार और सोमवार सुबह तक दक्षिण चीन सागर में अपनी नौसेना का युद्ध अभ्यास का समय चुना है। यह वह वक्त होगा जब आसपास के तमाम देशों की नौसेना और कोस्ट गार्ड के जहाज उनकी तट रेखा और एक्सक्लूसिव इकोनामिक जोन की रक्षा करने के लिए मौजूद नहीं रहेगी। जिसका फायदा चीन की नौसेना उठा सकती है।
गुटांगडॉग चीन का वह राज्य है जो हांगकांग के बेहद नजदीक हैऎ, दक्षिण चीन सागर के मध्य में पड़ता है, इसी राज्य से चीन की वायुसेना और नौसेना यह युद्धाभ्यास कर रही है। जिसकी टारगेट में है स्पार्टली आईलैंड, जिसे लेकर चीन पहले ही इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में केस हार चुका है, लेकिन चीन कहता है कि 2000 साल पहले इन द्वीप समूह की खोज चीन के निवासियों ने की थी ,लिहाजा इस पर उसका कब्जा होना चाहिए, जिससे अधिकांश देश नहीं मानते हैं।
इससे पहले चीन ने पूर्वी चीन सागर में भी युद्ध अभ्यास किया था। जिसमें दक्षिण कोरिया और जापान के स्पेशल इकोनामिक जोन का उल्लंघन किया गया था। जापान के द्वीप समूह के पास चीन की मिसाइल तक गिरी थी और अब पूर्वी के बाद दक्षिणी चीन सागर में चीन की लाल सेना कर रही है इतने बड़े स्तर का युद्ध अभ्यास।
इससे एक और संकेत देने की कोशिश कर रहा है लाल ड्रैगन कि, अगर ताइवान पर युद्ध के दौरान दक्षिण कोरिया, जापान, फिलीपीं,स वियतनाम ,अमेरिका समेत कोई भी देश उसकी रक्षा के लिए आया तो चीन की सेना पूर्वी और दक्षिणी दोनों सागरों में युद्ध के लिए तैयार है।
हालांकि ताइवान के लिए राहत की बात यह है कि जहां पूर्वी चीन सागर ताइवान की तट रेखा के बेहद करीब पड़ता है ,वहीं दक्षिणी चीन सागर से ताइवान की तुलना में ज्यादा खतरा फिलीपींस को है ,लेकिन दोनों ही तरफ अमेरिका की साख दांव पर लगी हुई है ,क्योंकि अमेरिका का सातवां प्रशांत बेड़ा इसी क्षेत्र की सुरक्षा के लिए तैनात है।
Source : Rahul Dabas