अफगानिस्तान के एक सैन्य अस्पताल में बुधवार को हुए तीन विस्फोटों में 30 लोगों की मौत हो गई, जबकि 70 अन्य घायल हो गए। हमले की जिम्मेदारी आईएसआईएस ने ली है।
टोलो न्यूज ने रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से कहा कि सैनिकों को स्वास्थ्य सुविधाएं देने वाले सरदार मोहम्मद दाऊद खान अस्पताल में हुए विस्फोट में 30 की मौत हो गई और 70 अन्य घायल हो गए।
यह हमला करीब शाम 4 बजे (स्थानीय समयानुसार) सुरक्षा बलों द्वारा तीन हमलावरों के मारे जाने के बाद खत्म हुआ।तालिबान ने हमले में शामिल होने से इनकार किया है। हमले की जिम्मेदारी आईएस ने ली है।
यह विस्फोट सुबह करीब 9 बजे वजीर अकबर खान इलाके में सेना के अस्पताल पर हुआ, जहां कई सरकारी एजेंसियां और उच्चायोग स्थित हैं।
आत्मघाती हमलावर ने अस्पताल के मुख्य द्वार पर खुद को विस्फोट में उड़ा लिया। इसके बाद अस्पताल के परिसर में चार अन्य आतंकवादी दाखिल हुए। इनके दाखिल होने के बाद दूसरा विस्फोट हुआ।
तीसरा धमाका सुबह करीब 10.45 बजे उस समय हुआ, जब सेना के हेलीकॉप्टर इमारत के ऊपर से गुजर रहे थे।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, हमले में कम से कम पांच आत्मघाती हमलावर शामिल थे। एक आतंकवादी विस्फोट में मरा और दो अन्य को सुरक्षा बलों ने मार गिराया।
एक चिकित्सक ने टोलो न्यूज को बताया, 'मैंने एक आत्मघाती हमलावर को देखा था, जिसने डॉक्टर की यूनिफॉर्म पहनी हुई थी। उसने गोलीबारी शुरू कर दी। मैं इलाके से बच निकलने में कामयाब रहा।'
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खामा प्रेस के मुताबिक, स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माहिल कावोसी ने बताया कि घायलों को वजीर अकबर खान अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। एक सुरक्षा सूत्र ने कहा कि अफगान आपदा प्रतिक्रिया इकाई (सीआरयू) बल अब भी घटनास्थल पर मौजूद है और हमलावरों के साथ अभियान जारी है।
इसी बीच, नाटो के नेतृत्व वाले रेजोल्यूट सपोर्ट गठबंधन बलों ने कहा कि वे 'अफगान सुरक्षा सेवाओं के सहयोग के लिए खड़े हैं।' अमेरिकी दूतावास के पास कूटनीतिक क्षेत्र में स्थित 400 बिस्तरों वाला यह देश का सबसे बड़ा अस्पताल है।
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Source : IANS