पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने रविवार को जनरल कमर जावेद बाजवा को बदनाम करने वाले नापाक अभियान की निंदा की है. स्थानीय मीडिया ने ये जानकारी दी है. एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक, पाक आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा और उनके परिवार की संपत्ति के बारे में भ्रामक डेटा सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है. आईएसपीआर ने कहा कि आंकड़ें बढ़ाकर सोशल मीडिया पर वायरल किए गए हैं. यह आंकड़ें पूरी तरह से अनुमानों पर आधारित हैं.
आईएसपीआर ने कहा कि छह साल के कार्यकाल के दौरान जनरल बाजवा के परिवार द्वारा कुछ संपत्तियां बनाई गईं ये पूरी तरह से गलत हैं. सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा, उनकी पत्नी और परिवार की सभी संपत्तियों को संघीय राजस्व बोर्ड में नियम कानून के अनुरुप घोषित की गई हैं. इसके अलावा आईएसपीआर ने कहा है कि प्रत्येक नागरिक की तरह सेना प्रमुख और उनका परिवार नियमित रूप से अपना टैक्स रिटर्न दाखिल करते हैं. सेना प्रमुख और उनका परिवार अपनी संपत्ति के लिए टैक्स अधिकारियों के प्रति जवाबदेह है.
गौरतलब है कि इस हफ्ते की शुरूआत में सरकार ने जनरल बाजवा और उनके परिवार का टैक्स डेटा लीक होने की जांच के आदेश दिए थे. वित्त मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी एक बयान के मुताबिक, वित्त मंत्री इशाक डार ने टैक्स सूचनाओं के अवैध और अनवारंटेड लीकेज को गंभीरता से लिया है. वित्त मंत्रालय ने अपने बायन में कहा था कि यह स्पष्ट रूप से कानून द्वारा प्रदान की जाने वाली टैक्स सूचनाओं की गोपनीयता का उल्लंघन है. एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया था कि एफबीआर ने डेटा लीक के पीछे कौन लोग थे उनकी पहचान का पता लगाया था.
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Source : IANS