इजरायल-हमास के बीच एक महीने जंग जारी है. ये अभी भी थमने का नाम नहीं ले रही है. इजरायली सेना अब ग्राउंड लेवल पर भी हमले को तेज करने का प्रयास कर रही है. इस कड़ी में इजरायली बलों ने बुधवार को बयान में कहा कि वे गाजा के सबसे बड़े अस्पताल अल-शिफा में एंट्री कर चुके हैं. यहां पर हजारों मरीज भर्ती हैं. अस्पताल के नीचे चल रहे संदिग्ध हमास कमांड सेंटर को तबाह कर दिया गया है. आपको बता दें कि अमेरिका ने इजरायल से बार-बार अल-शिफा अस्पताल की सुरक्षा को लेकर अपील की है. इजरायली रक्षा बलों के अनुसार, वे अस्पताल परिसर में प्रवेश कर चुके थे. सेना ने अपने बयान में कहा, खुफिया जानकरी और आवश्यकता के अनुसार आईडीएफ बल शिफा अस्पताल में एक खास क्षेत्र में हमास के खिलाफ सटीक अभियान चला रहा है.
2,300 मरीज, कर्मचारी और विस्थापित नागरिक अंदर मौजूद हैं
वहीं दूसरी ओर संयुक्त राष्ट्र के एक अनुमान के अनुसार, अल-शिफा अस्पताल में कम से कम 2,300 मरीज, कर्मचारी और विस्थापित नागरिक अंदर मौजूद हैं. ये कई दिनों की भीषण लड़ाई और हवाई बमबारी में पूरी तरह से फंसे हुए हैं. इजरायल का कहना है कि जब तक वह हमास का खात्मा नहीं करता है तब तक ये कार्रवाई जारी रहने वाली है.
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अब तक 179 शवों को दफनाया
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अस्पताल के अंदर स्थिति बेहद भयावह है. अस्पताल में कई परिवार अपनी सुरक्षा के लिए गुहार लगा रहे हैं. बताया जा रहा है कि अस्पताल परिसर में जहां-तहां लाशें बिखरी हुई हैं. मुर्दाघर में बिजली नहीं है. अस्पताल प्रशासन का कहना है कि हम उन्हें सामूहिक कब्र में दफनाने के लिए मजबूर हैं. अब तक 179 शवों को दफनाया गया है. इनमें सात नवजात शिशु भी शामिल हैं. इनकी मौत तब हुई जब उनके इनक्यूबेटरों ने बिजली बंद कर दी.
अस्पताल की सुरक्षा होनी चाहिए: बाइडेन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजरायल से अस्पताल से जुड़े मामले में कम दखल देने का आग्रह किया था. बाइडेन का कहना है कि अस्पताल की सुरक्षा होनी चाहिए, मगर इजरायल ने बार—बार दावा किया है कि हमास के लड़ाके अस्पताल परिसर का उपयोग सैन्य सेवा के लिए कर रहे हैं, इसके कारण अस्पताल खतरे में है. आईडीएफ ने कहा कि उसने हमास की ओर से संचालित गाजा में अधिकारियों को 12 घंटे का नोटिस दिया था.
Source : News Nation Bureau