इजरायल और हमास के बीच करीब एक माह से जंग जारी है. इस युद्ध में अब तक 10 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. इस बीच मध्य गाजा में एक शरणार्थी शिविर पर इजरायली बलों के हमले में 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. वहीं हमास ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के एक स्कूल पर इजरायली हमले में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई. इस दौरान गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि इजरायली हमलों में अब तक 9,480 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं. इनमें से 3900 बच्चे और 2509 महिलाएं हैं. वहीं इन हमलों में अब तक 24 हजार से अधिक लोग घायल हो गए.
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अरब नेताओं के गुस्से का सामना करना पड़ा
इजरायली सेना और हमास के बीच की लड़ाई शनिवार को पांचवें सप्ताह तक पहुंच गई. इसे लेकर मध्य पूर्व में तनाव कम होने के संकेत मिल रहे हैं. यही कारण है कि मध्य पूर्व के राजनयिक दौरे पर निकले अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन को अरब नेताओं के गुस्से का सामना करना पड़ा. इस दौरान एंटनी ब्लिंकन ने जोर देकर कहा कि अमेरिका गाजा में आम नागरिकों की मौत को रोकने के लिए मानवीय विराम को समर्थन कर रहा है. हालांकि, इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने युद्धविराम की किसी भी गुंजाइश से इनकार किया है. इस दौरान अमेरिका और अरब देशों के बीच तनाव बढ़ गया है. अरब देशों का कहना है कि ये हमले आम नागरिकों को निशाना बनाकर किया जा रहा है. ये अब अमेरिका पर दबाव बना रहे हैं कि जल्द से जल्द यहां पर युद्ध विराम लगाया जाए.
इजरायल ने हमास को पूरी तरह से खत्म करने कसम खाई
आपको बता दें कि इजरायल ने सात अक्टूबर को हमास के हमले के बाद से अपना प्रतिशोध लेना शुरू किया. तब इजरायल ने हमास को पूरी तरह से खत्म करने कसम खाई थी. हमास के हमले में 1,400 लोग की मौत हुई. हमास ने इस दौरान 200 इजरायली नागरिकों को बंधक भी बनाया था. इजरायल के अनुसार, उसने हमले के पहले दिन से फिलिस्तीनी क्षेत्र में 12,000 लक्ष्यों को निशाना बनाया. इसे इतिहास में सबसे भीषण बमबारी अभियान बताया गया है.
Source : News Nation Bureau