Israel Hamas War: इजराइल ने मिस्र, जॉर्डन और मोरक्को में स्थित अपने नागरिकों को जल्द से जल्द देश छोड़ने का सुझाव दिया है. इसके साथ ही इजराइलियों को इन देशों का रुख न करने की सलाह दी है. इजराइल की नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी ने आशंका व्यक्त की है कि इन देशों ने आशंका जताई है कि इन देशों में जंग की वजह से नाराज लोग इजराइलियों को अपना निशाना बना सकते हैं. दूसरी ओर गाजा शहर के अल-कुद्स अस्पताल को खाली करने का निर्देश दिया गया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अस्पताल और नजदीक के इलाके में हजार से अधिक लोग मौजूद हैं. इस दौरान अस्पताल प्रशासन ने इसे खाली करने से मना कर दिया है. यहां पर इजराइली हमलों में बेघर करीब 12 हजार लोग शरण लिए हुए हैं.
दूसरी ओर हमास के साथ जंग के बीच इजराइल के करीबी देशों में एक मिस्र शांति सम्मेलन करने जा रहा है. यह सम्मेलन काहिरा में विदेशी नेताओं के लिए स्टेज तैयार कर रहा है. काहिरा शांति शिखर सम्मेलन का लक्ष्य गाजा में इजराइल और फिलिस्तीनी समूह हमास के बीच बढ़ते संकट पर चर्चा करना है. इस सम्मेलन में अमेरिका, इजराइल और कुछ अन्य देशों के प्रमुख भाग नहीं लेंगे. चीन, रूस और जापान ने अपने प्रतिनिधि शांति सम्मेलन के लिए भेजे हैं. फिलिस्तीन के भविष्य पर चर्चा करने को लेकर कई अरब, यूरोपीय राष्ट्राध्यक्षों और सरकार के साथ कई देशों के विदेश मंत्रियों ने शिरकत की है. इसका लक्ष्य है कि एकता को बढ़ावा मिले. संघर्ष का शांतिपूर्ण तरह से समाधान निकल सके.
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आपको बता दें कि 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद इजराइल गाजा पर जमीनी की तैयारी में जुट गया है. इस दौरान सैंकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है. इजराइल के जवाबी हमले में अब तक 4,100 से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है. गाजा में मानवीय संकट गहराया हुआ है.
अरब देशों के 23 लाख लोगों की आबादी वाले गाजा पर इजराइल की बमबारी और घेराबंदी की निंदा की जा रही है. वहीं यूरोपीय यूनियन ने हमास की आलोचना की है. मिस्र राफा क्रॉसिंग के जरिए गाजा को मानवीय सहायता भेजने की कोशिश कर रहा है. यह एकमात्र एग्जिट पॉइंट है, जहां पर किसी तरह की कोई पहरेदारी नहीं है. यहां पर इजरायल लगातार बमबारी कर रहा है.
मिस्र के राष्ट्रपति, अब्देल फत्ताह अल-सिसी का कहना है कि सिनाई में फिलिस्तीनियों को विस्थापित करने के किसी भी प्रयास को लाखों मिस्रवासियों द्वारा खारिज किया जाता है. वे हर तरह से सहायता के लिए तैयार हैं.
शांति सम्मेलन में शिरकत करने वाले राजनेता
मिस्त्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी, बहरीन किंग हमद बिन ईसा अल खलीफा, कतर के शेख- तमीम बिन हमद अल-थानी, इटली के पीएम-जॉर्जिया मेलोनी, स्पेन के पीएम-पेड्रो सांचेज, यूनान के किरियाकोस मित्सोटाकिस, ग्रीस के पीएम किरियाकोस मित्सोटाकिस, साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलाइड्स, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा, जर्मनी के विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक, फ्रांस के विदेश मंत्री कैथरीन कोलोना, जापान के विदेश मंत्री योको कामिकावा, ब्रिटेन के विदेश राज्य सचिव, जेम्स क्लेवरली, नॉर्वे के विदेश मंत्री एस्पेन बार्थ ईदे, रूस के उप विदेशमंत्री मिखाइल बोगदानोव, चीन के दूत झाई जून, संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस, यूरोपियन काउंसिल के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल, यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख जोसेप बोरेल.
Source : News Nation Bureau