किबुत्स एक हिब्रु शब्द है ,जिसका अर्थ होता है ऐसा एनक्लेव या कॉलोनी जहां बाहर यहूदियों लाकर के बसाया गया हो, दरअसल एक ऐसा ही एनक्लेव गाजा बॉर्डर से सिर्फ 1 किलोमीटर की दूरी पर भी थी.. जहां एक महीना पहले आतंकी हमला हुआ ,लेकिन उसके निशान अभी भी नजर आते हैं . यहां पर घर का सारा सामान, रसोई का सारा सामान, जस का तस है, लेकिन लोग मारे जा चुके हैं. हमें एक ऐसी ही घर में दूसरे ग्रह को निहारते हुए एस्ट्रोनॉट की फोटो भी मिली, लेकिन कट्टरवाद और आतंकवाद ने हमारे अपने ग्रह पृथ्वी को किसी नर्क में तब्दील कर दिया है.
बारूद की वजह से उड़ गई छतें
एक आम आदमी का सपना होता है सिर पर छत का होना ,लेकिन जहां बारूदी गोलों और रॉकेट के जरिए ऐसा हमला हुआ कि सभी घरों की छत तक उड़ चुकी है. वह स्कूटर के जरिए भागने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन वहां भी गोली के निशान है. यह बताता है कि किसी को संभालने का मौका नहीं मिला ,अधिकांश लोग तो जिंदा ही जल गए.
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गैस के पाइप और सिलेंडर फटा
यह एक औद्योगिक क्षेत्र था ,जहां गैस की पाइपलाइन और बहुत से छोटे सिलेंडर थे. उन सिलेंडरों में भी विस्फोट हुआ जिसकी वजह से यह पूरा इलाका जलकर राख में तब्दील हो गया.
सीमा के करीब रिजॉर्ट, आतंकी निशान और क्षतिग्रस्त गाड़ियां
गाजा सीमा के करीब यह इजराइल का आखिरी रिजॉर्ट था. शायद उस वक्त यहां भी पार्टी हो रही होगी. स्विमिंग पूल तो नजर आ रहा है, लेकिन रिसोर्ट का आधा हिस्सा किसी रॉकेट हमले में तबाह हो चुका है. आसपास बहुत सी गाड़ियां भी है. जिनके शीशे टूटे हुए हैं. गाड़ियों पर गोलियों के निशान है. कुछ लोगों ने शहर भागने की भी कोशिश की होगी, इसलिए कुछ गाड़ियां अभी भी खुली हुई हालत में है.
बच्चों का प्लेग्राउंड, खाली झूले, गिरी हुई साइकिल
यह इस कॉलोनी का प्लेग्राउंड है जहां बच्चों के झूले बास्केटबॉल कोर्ट आदि नजर आते हैं, लेकिन यहां रहने वाले लोग अब या तो मारे गए या फिर इस जगह को छोड़कर के पलायन कर चुके हैं. यहां बच्चों की साइकिल का स्टैंड है. साइकिल तो है, लेकिन बच्चे नहीं, बचपन नहीं, इंसानों की कॉलोनी में मानवता समाप्त हो चुकी है.
Source : News Nation Bureau