Israel-Hamas War: इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम में रुकावट की खबर सामने आ रही है. हमास की ओर से बंधक बनाए लोगों की रिहाई के बदले इजरायल की जेल में बंद फलस्तीन के नागरिकों को रिहा कराने संबंधी समझौतों में अड़चने देखने को मिल रही हैं. इजरायल के एक वरिष्ठ अफसर का कहना है कि यह समझौता शुक्रवार से पहले प्रभावी नहीं होने वाला है. वहीं यह आज से यानी गुरुवार को लागू होना था. इस कूटनीतिक सफलता से गाजा में 23 लाख फलस्तीनियों को राहत मिलने की उम्मीद है. वे बीते कई हफ्तों से इजरायली बमबारी का सामना कर रहे हैं. इसके साथ सात अक्टूबर को उन परिवारों को राहत की उम्मीद है, जिनके परिजन हमास के हमले के वक्त बंदी बनाए गए.
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कतर के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजिद अल-अंसारी का कहना है कि संघर्ष विराम और बंधकों तथा कैदियों की अदला-बदली को लेकर अभी भी वार्ता जारी है. कतर ने गुरुवार सुबह कहा कि समझौते के प्रभावी होने के बारे में ऐलान कुछ घंटों में हो जाएगा. इस मामले में अमेरिका ने भी सहायता की है.
13300 से ज्यादा लोगों की मौत
हमास की ओर उसके स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि इजरायल -हमास की जंग में मारे गए फलस्तीनियों की पूरी जानकारी फिर से एकत्र की जा रही है. अब तक मरने वालों का आंकड़ा 13,300 से अधिक है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने उत्तर गाजा में संचार बाधित होने के बाद 11 नवंबर को आंकड़े जारी करना बंद कर दिया.
समय सीमा खत्म होने पर फिर युद्ध होगा शुरू
इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने युद्ध पर अपने विशेष मंत्रिमंडल के दो मंत्रियों के साथ प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि युद्ध विराम की समय सीमा खत्म होने के बाद युद्ध फिर से शुरू होगा. उन्होंने कहा कि इजरायल का लक्ष्य है कि हमास के सभी सैन्य प्रतिष्ठानों को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया जाए. वहीं गाजा में बंधक बनाए उसके सभी 240 लोगों को रिहा करवाना है. नेतन्याहू ने कहा, वे साफ कह देना चाहते हैं कि युद्ध जारी रहेगा. उन्होंने हर तरह के लक्ष्य को पूरा करना चाहिए. नेतन्याहू ने कहा कि इसकी जानकारी उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को दी है. प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने मोसाद को हमास का सफाया करने का निर्देश दिया है.