इस्राइल और हमास के बीच लंबे समय से युद्ध जारी है. इस बीच इस्राइल ने संयुक्त राष्ट्र समर्थित एक रिपोर्ट को खारिज कर दिया है. रिपोर्ट में कहा गया कि गाजा के लगभग पांच लाख लोग भूख का सामना कर रहे हैं. इस्राइल का आरोप है कि यह रिपोर्ट भ्रामक और पक्षपात को बढ़ावा दे रही है. मामले में इस्राइली सरकार के प्रवक्ता डेविड मेन्सर ने कहा कि रिपोर्ट इसलिए भ्रामक और पक्षपाती है क्योंकि यह हमास के स्वास्थ्य संस्थानों के डेटा पर आधारित है. बता दें. गाजा की हमास समर्थित सरकार ही डेटा तैयार करती है, जिसमें मृत्यु संख्या भी शामिल है. इस्राइल ने पहले भी मौत के आकंड़े पर ऐतराज जताया था. हालांकि, वैश्विक मीडिया इन्हीं मौत के आंकड़ों को मानती है.
मेन्सर ने आगे कहा कि गाजा में भुखमरी को लेकर किया गया दावा निराधार है. उनका उद्देश्य इस्राइल पर दबाव डालना है. रिपोर्ट में कहा गया है कि 4,95,000 लोग खाद्य सुरक्षा का सामना कर रहे हैं तो 7,45,000 हजार लोग खाद्य आपातकाल का सामना कर रहे हैं.
सात अक्तूबर से जारी है युद्ध
बता दें, दोनों पक्षों के बीच सात अक्टूबर से युद्ध हो रहा है, जब अलसुबह हमास ने पांच हजार रॉकेटों से इस्राइली शहरों पर हमला कर दिया था. हमले को इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने आतंकी हमला करार दिया. वे कई बार कमस खा चुके हैं कि जब तक वे हमास को पूर्ण रूप से तबाह नहीं कर देते हैं तब तक युद्ध विराम की घोषणा नहीं करेंगे. युद्ध में अब तक 37 हजार से अधिक फलस्तीनियों की मौत हो गई. इनमें अधिकतर महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग नागरिक हैं.
हमले के यह तीन कारण
हमले के बाद हमास ने कहा था कि यह हमला यरूशलम की अल-अक्सा मस्जिद को इस्राइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है. हमास का कहना है कि अप्रैल 2023 में इस्राइली पुलिस ने मस्जिद में ग्रेनेड फेंककर इसे अपवित्र कर दिया था. इस्राइली सेना लगातार हमारे ठिकानों पर निशाना बना रही है. वे फलस्तीन में अतिक्रमण कर रहे हैं. इस्राइली सेना महिलाओं को निशाना बनाती है. यह इन प्रताड़नाओं का बदला है. हमास के प्रवक्ता गाजी हमाद ने गल्फ देशों को कहा है कि वे इस्राइल के साथ अपने द्विपक्षीय संबंध तोड़ दें क्योंकि इस्राइल कभी भी अच्छा पड़ोसी मुल्क नहीं हो सकता है.
Source : News Nation Bureau