1948 में बना इजरायल (Israel) क्षेत्रफल के मामले में भारत के मणिपुर से भी छोटा है, जिसकी आबादी 90 लाख के आसपास है. यह अलग बात है कि आधुनिक हथियारों के मामले में इजरायल दुनिया को कड़ी टक्कर दे रहा है. आयरन डोम से लेकर घातक ड्रोन (Drone) बनाने वाले इजरायल ने अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काम करने वाली हाईटेक आंख बनाई है. इस आंख को 'Xaver 1000' (जावेर 1000) नाम दिया गया है. यह हाईटेक आंख दीवार के पार देखने में सक्षम है. इससे पता लग जाता है कि दूसरी तरफ मौजूद व्यक्ति बैठा है, खड़ा है या लेटा है. इसकी एल्गोरिद्म यह भी पहचान कर लेता है तस्वीर वयस्क, बच्चे या पशु की है. यह हीरे की डिजाइन जैसी है, जिसके चार फ्लैप बाहर की ओर खुलते हैं. नेविगेशनल सिस्टम से लैच 10.1 इंच के डिस्प्ले के जरिये कमरे के चारों कोनों को स्कैन किया जा सकता है. देखते हैं कि इजरायल के पास ऐसे कितने हथियार हैं, जो उसे मजबूत बनाते हैं.
ईएलएम-2238 स्टार राडार
ईएलएम-2238 स्टार राडार से हवा और जमीन मे दुश्मनों के हथियार की लोकेशन पलक झपकते पता लगा लेता है. दुनिया में सबसे तेज राडारों में से एक ईएलएम-2238 की आपूर्ति इजरायइल ने कई देशों को की है.
फाल्कन एयर वार्निंग सिस्टम
फाल्कन एयर वार्निंग सिस्टम की खासियत है कि हवा में किसी भी तरह के खतरे की चेतावनी यह तुरंत देता है. इजराइल भारत के साथ 8,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के समझौते पिछले कुछ समय से कर चुका है.
सर्चर एयरक्राफ्ट
सर्चर एयरक्राफ्ट को इजराइल का सबसे श्रेष्ठ मानव रहित विमान माना जाता है. पिछले सालों में इजराइल ने भारत को यह विमान भी मुहैया कराया है.
डर्बी मिसाइल
डर्बी मिसाइल देखने में भले ही एक आम मिसाइल लगे, लेकिन ये इजराइल की सबसे बड़ी ताकत मानी जाती है. लड़ाकू विमानों में इस मिसाइल का खूब प्रयोग किया जाता है. हवा से हवा में मार करने वाली सबसे बेहतरीन मिसाइलों में से ये एक है.
स्पाइक आर एंटी टैंक गाइडेड वीपेन
1970 के दशक में इजराइल ने स्पाइक आर एंटी टैंक गाइडेड वीपेन को बनाया गया था. इस मिसाइल को एंटी टैंक मिसाइल के रूप में प्रयोग किया जाता है. यह 5 फुट और पांच इंच की है. इसे 15 सेकेंड रिलोड होने में लगते हैं और 30 सेकेंड के भीतर दागी जा सकती है.
HIGHLIGHTS
- इजराइल ने बनाई आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस बेस आंख
- यह दीवार पार देख दुश्मन की करती है सटीक पहचान
- इजराइल ने तमाम आधुनिक हथियार भारत को भी दिए