इजरायल और हमास के बीच पिछले डेढ महीने से युद्ध जारी है. इसी बीच यमन के हूती विद्रोही भी खुल कर सामने आ रहे हैं. सऊदी अरब की मीडिया के मुताबिक, यमन के हूती विद्रोहियों ने आज (रविवार) को लाल सागर में एक जहाज को हाइजैक कर लिया है. इस जहाज पर 22 क्रू मेंबर सवार थे. रिपोर्ट्स में कहा गया है कि यह जहाज इजरायल का है. हालांकि इजरायल ने इस जहाज को अपना होने से इनकार किया है. इजरायल का दावा है कि जिस जहाज को हूती विद्रोहियों ने अपने कब्जे में लिया है वह उनका नहीं बल्कि तुर्की का है. ये जहाज तुर्की से भारत के लिए रवाना हुआ था.
ये भी पढ़ें: Anushka Sharma Reaction : विराट कोहली के OUT होने पर टूटा अनुष्का का दिल, वायरल हुआ रिएक्शन
इजरायली फोर्स ने किया ये ट्वीट
जहाज के संबंध में इजरायली डिफेंस फोर्स ने एक ट्वीट कर कहा है कि, 'दक्षिण लाल सागर में यमन के पास हूतियों की ओर से कार्गो शिप का अपहरण करने की घटना वैश्विक स्तर पर एक बेहद गंभीर मामला है. यह एक ऐसा जहाज है, जिस पर एक भी इजरायली नहीं है. यह जहाज अंतर्राष्ट्रीय नागरिक दल के साथ तुर्की से भारत के लिए रवाना हुआ था' मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस जहाज का नाम गैलेक्सी लीडर बताया जा रहा है.
Israel Defense Forces tweets, "The hijacking of a cargo ship by the Houthis near Yemen in the southern Red Sea is a very grave incident of global consequence. The ship departed Turkey on its way to India, staffed by civilians of various nationalities, not including Israelis. It… pic.twitter.com/D75EFur8rf
— ANI (@ANI) November 19, 2023
हूती विद्रोहियों ने दी थी धमकी
बता दें कि यमन के हूती विद्रोहियों ने रविवार को इजरायली जहाजों को लेकर धमकी दी थी. रिपोर्ट्स में कहा गया है कि हूती विद्रोहियों ने कहा था कि वह इजरायली कंपनियों के स्वामित्व वाले या उनकी ओर से चलाए जा रहे जहाजों को निशाना बनाएंगे. यही नहीं हूती विद्रोहियों ने धमकी देते हुए कहा था कि जिस भी जहाज पर इजरायल का झंडा लगा होगा, वह आग की चपेट में आ जाएंगे.
ये भी पढ़ें: Earthquake: वर्ल्डकप मैच के बीच देश के इस हिस्से में कांपी धरती, 4.5 तीव्रता का आया भूकंप
इसके साथ ही हूती विद्रोहियों के प्रवक्ता ने सभी देशों से ऐसे जहाजों पर काम करने वाले अपने नागरिकों को वापस बुलाने को भी कहा था. बता दें कि पिछले महीने की सात तारीख को गाजा पट्टी से हमास के आतंकियों ने इजरायल पर हमला कर दिया था. उसके बाद इजरायल ने भी जवाबी कार्रवाई की और गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों को नष्ट कर दिया. ये युद्ध आज भी जारी है जिसमें 12 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है.
वहीं इज़राइल के प्रधान मंत्री के कार्यालय ने ट्वीट कर कहा है कि, "इज़राइल एक अंतरराष्ट्रीय जहाज के खिलाफ ईरानी हमले की कड़ी निंदा करता है. जहाज, जो एक ब्रिटिश कंपनी के स्वामित्व में है और एक जापानी फर्म द्वारा संचालित किया जाता है, जिसे हूती विद्रोहियों ने हाइजैक कर लिया है."
Source : News Nation Bureau