इस्राइल और हमास के बीच लंबे समय से युद्ध जारी है. युद्ध में अब तक हजारों लोगों की मौत हो चुकी है. इस्राइली नागरिकों में असुरक्षा की भावना है. इस वजह से बंदूकों के लाइसेंस के आवेदनों में उछाल आ गया है. खास बात यह है कि आवेदकों में सबसे अधिक महिलाएं हैं. इस्राइली सुरक्षा मंत्रालय के मुताबिक, हमले के बाद से महिलाओं के 42,000 से अधिक आवेदन आए हैं. इनमें से 18 हजार आवेदनों को मंजूरी दे दी गई है. हथियारों के लाइसेंसिंग में नेतन्याहू सरकार ने ढील दी है, जिस वजह से संख्या में इतना उछाल आया है.
ये भी पढ़ें: NEET पेपर लीक में हर दिन हो रहे बड़े खुलासे, अब EOU-SIT के सामने चुनौती
इस्राइल के सुरक्षा मंत्रालय के अनुसार, इस्राइल और इस्राइली कब्जे वाले वेस्ट बैंक की 15 हजार से अधिक महिला नागरिकों के पास बंदूक हैं. इनमें से 10 हजार महिलाओं को अनिवार्य प्रशिक्षण के लिए नामांकित किया गया है. राजनीति विज्ञान की प्रोफेसर लिमोर गोनेन वेस्ट बैंक शूटिंग रेंज में प्रशिक्षण लेती हैं. उनका कहना है कि मैंने कभी सोचा था कि मैं हथियार खरीदूंगी लेकिन सात अक्तूबर से चीजें बदल गई हैं.
सात अक्तूबर से जारी है युद्ध
बता दें, दोनों पक्षों के बीच सात अक्टूबर से युद्ध हो रहा है, जब अलसुबह हमास ने पांच हजार रॉकेटों से इस्राइली शहरों पर हमला कर दिया था. हमले को इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने आतंकी हमला करार दिया. वे कई बार कमस खा चुके हैं कि जब तक वे हमास को पूर्ण रूप से तबाह नहीं कर देते हैं तब तक युद्ध विराम की घोषणा नहीं करेंगे. युद्ध में अब तक 37 हजार से अधिक फलस्तीनियों की मौत हो गई. इनमें अधिकतर महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग नागरिक हैं.
ये भी पढ़ें: Weather Update: दिल्ली-NCR में झमाझम बारिश, हीटवेव से मिली राहत, जानें IMD का अपडेट
हमले के यह तीन कारण
हमले के बाद हमास ने कहा था कि यह हमला यरूशलम की अल-अक्सा मस्जिद को इस्राइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है. हमास का कहना है कि अप्रैल 2023 में इस्राइली पुलिस ने मस्जिद में ग्रेनेड फेंककर इसे अपवित्र कर दिया था. इस्राइली सेना लगातार हमारे ठिकानों पर निशाना बना रही है. वे फलस्तीन में अतिक्रमण कर रहे हैं. इस्राइली सेना महिलाओं को निशाना बनाती है. यह इन प्रताड़नाओं का बदला है. हमास के प्रवक्ता गाजी हमाद ने गल्फ देशों को कहा है कि वे इस्राइल के साथ अपने द्विपक्षीय संबंध तोड़ दें क्योंकि इस्राइल कभी भी अच्छा पड़ोसी मुल्क नहीं हो सकता है.
Source : News Nation Bureau