Isreal Hamas War: इजरायल और हमास के बीच युद्ध पिछले 40 दिनों से जारी है. इस युद्ध में अबतक 10 हजार से अधिक लोग मारे गए है. इजरायल लगातार गाजा पर रॉकेट से हमले कर रहा है. उसका कहना है जब तक वो इसे हमास के कब्जे से छुड़ा नहीं लेता है तब तक रुकेगा नहीं. इसी क्रम में इजरायल ने एक बार फिर गाजा के सबसे बड़े अस्पताल पर हमला किया है. इजरायली सेना का कहना है कि हमास अस्पताल को अपने ठिकाने के रूप में इस्तेमाल कर रहा है. लेकिन सेना ने दावा किया है उसके मजबूत सैनिक इस अस्पताल में घुसने में कामयाब रहे हैं.
अल शिफा अस्पताल में घुसे IDF सैनिक
गाजा का ये अल शिफा असपताल पिछले कई दिनों से युद्ध का मैदान बना हुआ था. इजरायली सेना ने कहा था कि इस सबसे बड़े अस्पताल के ऊपरी भाग में बीमार मरीजों का इलाज होता है लेकिन उसी अस्पताल के नीचे हमास ने अपना सुरक्षित कमांड सेंटर बना रखा है. इसी कमांड सेंटर से अपने आतंकियों को निर्देश देता है. लेकिन अब इजरायली सेना ने बड़ा दावा किया है. इजरायल ने कहा कि उसके अनुभवी और मजबूत रक्षा बल दो सप्ताह से चले आ रहे जंग के बाद अल शिफा अस्पताल में प्रवेश करने में कामयाब हो गए है. सेना ने कहा कि उसके सैनिक हमास के खिलाफ सटीक और सही ऑपरेशन चला रहे थे जिसमें सफलता मिली है.
अमेरिका होगा जिम्मेदार
इस घटना पर हमास ने बुधवार को अपनी प्रतिक्रिया दी है. हमास ने कहा कि अल शिफा हॉस्पिटल पर जो हुआ इसके लिए सिर्फ अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जिम्मेदार है. उनके समर्थन पर ये सब हुआ है. आगे लोगों के साथ जो होगा उसके लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जिम्मेदार होंगे. हमास ने कहा कि पूरे अस्पताल में इजरायली सैनिक भर गए है.
बिना एनथेसिया के ऑपरेशन
जानकारी के अनुसार हजारों विस्थापित नागरिक, मरीज और अस्पताल कर्मचारी परिसर के अंदर फंसे हुए हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भोजन, पानी और दवाओं सहित अन्य जरूरी चीजों की कमी की वजह से बिना एनथेसिया के ऑपरेशन किया जा रहा है. आईडीएफसी ने कहा कि हमास को मरीजों का गलत इस्तेमाल नहीं करने देगा. इस एक्शन से किसी नागरिक को नुकसान नहीं होगा. हमास ने कहा कि ये दावा झूठा कि वो अल-शिफ़ा का उपयोग सैन्य उद्देश्यों के लिए कर रहा है. इस कब्जे के बाद लोगों का मानव नरसंहार होगा वहां.
Source : News Nation Bureau