पुलवामा अटैक के पांच महीने बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने माना है कि हमले के पीछे जैश-ए-मोहम्मद का हाथ था. इमरान खान ने कहा, यह ऐसा मामला था, जिसे स्थानीय आतंकियों ने अंजाम दिया था. उनका दावा है कि जैश-ए-मोहम्मद ना सिर्फ पाकिस्तान में मौजूद है, बल्कि कश्मीर में भी है और वहां से काम करता है. यह बयान देकर इमरान खान ने एक तरह से स्वीकार किया कि पुलवामा आतंकी हमले के पीछे जैश-ए-मोहम्मद ही था, जिसका आका मौलाना मसूद अजहर है.
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इसी साल 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमला हुआ था. हमले में CRPF के 40 जवान शहीद हो गए थे. इस हमले के पीछे आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का हाथ था, जबकि पाकिस्तान खुद की जमीन पर जैश-ए-मोहम्मद की मौजूदगी को नकारता रहा था. वहीं, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भी उसकी सिफारिश पर चीन ने मसूद अजहर के ग्लोबल आतंकी घोषित किए जाने का विरोध किया था.
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भारत ने पुलवामा हमले में जैश-ए-मोहम्मद का हाथ होने का सबूत पाकिस्तान को दिया था. भारतीय वायुसेना ने पाकितान में आतंकियों के ठिकाने बालाकोट में एयर स्ट्राइक भी की थी और आतंकियों के ठिकानों को नष्ट कर दिया था. इमरान खान ने ये दावा एक इंटरव्यू में किया है. अमेरिका दौरे पर गए हुए इमरान खान पाकिस्तान और आतंकियों को लेकर कई ऐसी बातें साझा कर चुके हैं, जिससे वो खुद ही पूर्व में इनकार कर चुके हैं.
HIGHLIGHTS
- इसी साल 14 जनवरी को पुलवामा में हुआ था आतंकी हमला
- सीआरपीएफ के 40 जवान हुए थे शहीद, जैश का था हाथ
- जैश को लेकर इमरान खान नकारते रहे हैं भारत के दावों को
Source : News Nation Bureau