पाकिस्तान सरकार की आतंक पर लगाम के खिलाफ दिखावटी नीति का ही असर है कि अब पाकिस्तान पोषित-समर्थित आतंकवादी संगठन किसी देश के राष्ट्राध्यक्ष को भी धमकी देने से नहीं चूक रहे हैं. इस कड़ी में संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए- मोहम्मद ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रोन को धमकी दी है. आतंकी संगठन ने धमकी देते हुए कहा है कि मैक्रोन और उन जैसे दूसरे काफिर निशाने पर हैं, इन्हें निशाना वह बनाएंगे जो पैगंबर मोहम्मद साहब के सम्मान के लिए अपनी जान कुर्बान करने के लिए तैयार हैं. जैश से पहले अल कायदा और इस्लामिक स्टेट भी फ्रांस के लिए धमकियां जारी कर चुका है.
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जैश ने गिनाए जिहादियों के नाम
अल कलाम नाम की एक वेबसाइट पर छपे इस लेख में जैश ने कहा है कि आज नहीं तो कल और कल भी नहीं तो उसके अगले दिन, कहीं न कहीं एक और अब्दुल्ला चेचेनी होगा. बता दें कि अब्दुल्ला चेचेनी वह आतंकी है जिसने बीते महीने पेरिस में एक स्कूल टीचर की गला काटकर हत्या की थी. इस लेख में मुमताज़ कादरी और गाजी खालिद का भी उल्लेख किया गया है. मुमताज़ वह शख्स है जिसने साल 2011 में पाकिस्तान के लोकतंत्र समर्थक नेता सलमान तासीर की हत्या की थी. गाजी खालिद ने अहमदिया मुस्लिम ताहिर अहमद नसीम की इसी साल जुलाई में एक कोर्टरूम में गोली मारकर हत्या कर दी थी. ताहिर नसीम पर भी पाकिस्तान में ईशनिंदा का केस चलाया जा रहा था.
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मोहम्मद साहब के लिए सब कुर्बान करेंगे मुसलमान
इस लेख के शीर्षक में कहा गया है कि मुसलमान प्रोफेट (मोहम्मद साहब) के सम्मान के लिए अपना सब कुछ कुर्बान करने के लिए तैयार हैं. जैश ने आगे लिखा- अगर कोई भी ईशनिंदा जैसा जुर्म करेगा, वह खुद ही अब्दुल्ला जैसे युवाओं को जन्म देगा...कोई भी मुस्लिम आपको कुरान जलाने या फिर प्रोफेट के खिलाफ बातें करने की इजाजत नहीं दे सकता. बता दें कि मैक्रोन ने फ्री स्पीच और एक्सप्रेशन के मद्देनज़र मोहम्मद साहब का कार्टून बनाए जाने पर बैन लगाने से इनकार कर दिया था.
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मैक्रोन के खिलाफ दुनिया भर में हुए प्रदर्शन
कार्टून के समर्थन में आने के बाद से ही मैक्रोन के खिलाफ दुनिया भर के मुस्लिम देशों में प्रदर्शन हुए थे. पाकिस्तान के रावलपिंडी में भी फ्रांस के खिलाफ खादिम हुसैन रिजवी की अगुआई में एक बड़ा प्रदर्शन हुआ था. बता दें कि अल कलम नाम की इस वेबसाइट के जरिए सिर्फ जैश ही नहीं अन्य पाकिस्तानी आतंकी संगठन भारत के खिलाफ भी जहर उगलते रहे हैं. इससे पहले यहां 22 अक्टूबर को एक लेख छपा था जिसमें इजराइल, कश्मीर और अफगानिस्तान को लेकर जिहाद करने का आह्वान किया गया था साथ ही मोदी सरकार के खिलाफ जंग छेड़ने के लिए भी उकसाया गया था.