आतंकवाद पर दोहरा रवैया अपनाने वाले पाकिस्तान ने एक बार फिर कहा है कि आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (Jem) पाकिस्तान में नहीं है. पाकिस्तान सशस्त्र बल के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने मंगलवार को कहा कि जैश पाकिस्तान में मौजूद नहीं है. गफूर का यह बयान तब आया है जब पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने हाल ही में दावा किया था कि जैश का सरगना मसूद अजहर पाकिस्तान में मौजूद है. बता दें कि 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर में हुए पुलवामा आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी जैश ने ली थी जिसके बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया. भारत द्वारा डॉजियर सौंपे जाने के बाद पाकिस्तान का यह नया पैंतरा नजर आ रहा है. जैश सरगना के पाकिस्तान में मौजूद होने और आर्मी अस्पताल में भर्ती होने की खबरें सामने आ चुकी हैं.
उन्होंने सीएनएन को कहा, 'जैश-ए-मोहम्मद पाकिस्तान में नहीं है. यह संयुक्त राष्ट्र और पाकिस्तान के द्वारा प्रतिबंधित है. दूसरी बात यह कि हम किसी के दबाव में कुछ भी नहीं कर रहे हैं.'
हालांकि पिछले महीने शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि जेईएम प्रमुख मसूद अजहर पाकिस्तान में है लेकिन सरकार उसके खिलाफ तभी कार्रवाई कर सकती है जब भारत उसके खिलाफ कोई पुख्ता सबूत सौंपे. अब जब भारत ने पाकिस्तान को डॉजियर सौंप दिए हैं तो वह नया राग अलाप रहा है.
कुरैशी ने कहा था कि जेईएम सरगना मसूद अजहर पाकिस्तान में है और 'बहुत बीमार' है. उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान ऐसा 'कोई भी कदम' उठाने के लिए तैयार है जिससे भारत के साथ तनाव कम हो.
कुरैशी से जब पूछा गया कि क्या अजहर पाकिस्तान में है और बढ़ते तनाव के मद्देनजर क्या अधिकारी उसके खिलाफ कदम उठाएंगे तो उन्होंने कहा, 'वह (अजहर) पाकिस्तान में है.' कुरैशी ने कहा, 'जहां तक मुझे पता है, वह बहुत बीमार है. वह इतना बीमार है कि अपने घर से बाहर भी नहीं निकल सकता.'
पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने ही मंगलवार को यह भी बताया था कि मसूद अजहर के भाई और बेटे सहित प्रतिबंधित आतंकी संगठनों के 44 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं पाकिस्तान ने मंगलवार को मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के जमात-उद-दावा (जेयूडी) और खैराती इकाई फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (एफआईएफ) पर प्रतिबंध लगा दिया है.
पाकिस्तान के तरफ से मसूद अजहर को लेकर ऐसे समय में आया है जब संयुक्त राष्ट्र उस पर प्रतिबंध लगाने की पूरी तैयारी कर चुका है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रतिबंध सूची में अजहर को डाले जाने पर आपत्ति दर्ज कराने की अंतिम तिथि 13 मार्च है.
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भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सभी 15 सदस्यों (5 स्थायी और 10 अस्थायी सदस्य) तक पहुंचने की कोशिश कर रहा है और मसूद अजहर को यूएन द्वारा वैश्विक आतंकी घोषित करवाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा.
सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने को ढोंग रच रहा है और भारत के खिलाफ निशाना बना रहा है. नई दिल्ली फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) के सभी सदस्यों को आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई में इस्लामाबाद की खामियों को साझा करेगा.
Source : News Nation Bureau