मध्य और दक्षिण-पश्चिम जापान में मूसलाधार बारिश और बाढ़ में मरने वालों की संख्या बढ़कर 179 हो गई है, वहीं लापता लोगों को खोजने और बचाने की कोशिशें जारी हैं। सरकार ने बुधवार को यह जानकारी दी। समाचार एजेंसी एफे के अनुसार, गुरुवार से हो रही रिकॉर्ड तोड़ बारिश से आई बाढ़ और भूस्खलन ने पश्चिमी जापान तथा हिरोशिमा और एहिमे प्रांतों को तहस-नहस करके रख दिया है, वहीं हजारों घर जलमग्न हो गए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।
सरकार के प्रवक्ता मुख्य कैबिनेट सचिव, योशिहिदे सुगा ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि सबसे ज्यादा तबाही हिरोशिमा और ओकायामा तथा एहिमे प्रांतों में हुई है।
स्थानीय मीडिया ने प्रभावित इलाकों के प्रशासनिक अधिकारियों से प्राप्त आंकड़ों के हवाले से बताया कि लापता लोगों की संख्या 39 से 56 के बीच है।
प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने जापान आत्मरक्षा बल के हेलीकॉप्टर से ओकायामा का दौरा किया और खोजी और बचाव अभियानों के साथ-साथ आपदा राहत का निरीक्षण किया।
ओकायामा में बाढ़ और बारिश से लगभग 50 लोगों की मौत होने के बाद आबे ने इसी सप्ताह प्रस्तावित यूरोप और मध्य-पूर्व का अपना दौरा रद्द कर दिया।
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आबे हिरोशिमा प्रांत जाने की भी योजना बना रहे हैं, जहां सबसे ज्यादा मौतें (60) हुई हैं। इसके अलावा आबे एहिमे प्रांत का दौरा करने की भी योजना बना रहे हैं।
हाल के दिनों में 1,600 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है, जिससे जापान में पिछले 36 सालों के बाद सबसे भीषण बारिश और भूस्खलन हो रहे हैं।
सरकारी प्रसारक एनएचके के अनुसार, लगभग 83,000 लोगों ने अस्थाई शिविरों में शरण ली हुई है, जबकि 2,55,000 लोगों को स्वच्छ पेयजल नहीं मिल पा रहा है।
बारिश से नदियों में बाढ़ आ गई है, शहर जलमग्न हो गए हैं, जहां कुछ स्थानों पर पानी का स्तर तीन मीटर तक उठ गया है और इमारतों, सड़कों और पुलों को बहुत नुकसान पहुंचा है।
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Source : IANS