अमेजोन के संस्थापक और सीईओ जेफ बेजोस के लिए काम करने वाले सुरक्षा अधिकारी ने आरोप लगाया कि सऊदी अरब ने बेजोस का स्मार्टफोन हैक किया और फिर गैरकानूनी तरीके से उनके विवाहेतर संबंध की खबर की जानकारी एक मीडिया कंपनी के साथ साझा की. 'द डेली बिट्स' में शनिवार को छपे एक आलेख में गाविन डी बेकर ने कहा कि इसका मकसद जेफ बेजोस को बदनाम करना था, क्योंकि 'द वाशिंगटन पोस्ट' के मालिक बेजोस ने पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के बारे में खबरें चलाई थीं .
यह भी पढ़ेंः दुनिया की आधी संपत्ति सिर्फ आठ के पास, इनमें ये हैं शामिल
बेकर ने कहा, "हमारी छानबीन में पता चला है कि सऊदी के पास बेजोस के फोन की जानकारी थी, जिससे उन्हें उनसे जुड़ी निजी जानकारियों का पता चला. " 'द नेशनल एनक्वायरी' ने पिछले साल अक्टूबर में इस खबर को सार्वजनिक किया था, जिसमें जेफ द्वारा टीवी एंकर लॉरेन सैनचीस को भेजे गए संदेश शामिल थे. बेकर ने जो जांच की, उसमें कई मध्यपूर्व के कई जानकार, मुखबिर और वे लोग शामिल रहे, जो सऊदी के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान के करीबी हैं.
यह भी पढ़ेंः 20 साल बाद बिल गेट्स ने फिर किया यह करिश्मा, मुकेश अंबानी की यह है पोजीशन
सऊदी पत्रकार खशोगी की तुर्की के सऊदी दूतावास में हत्या कर दी गई थी. बेकर ने लिखा कि कुछ अमेरिकी लोगों को इस बात से आश्र्चय हो सकता है कि सऊदी सरकार बेजोस को नुकसान पहुंचाने की कोशिश तबसे कर रही थी, जबसे पत्रकार की हत्या की रिपोर्टिग शुरू हुई थी. फरवरी के अपने एक पोस्ट में बेजो ने नेशनल एनक्वायरी पर ब्लैकमेल करने और वसूली के आरोप लगाए थे.
यह भी पढ़ेंः बिल गेट्स ने अक्षय की फिल्म 'टॉयलेट: एक प्रेमकथा' को बताया रोमांटिक
बेजोस ने कहा था, "वसूली और ब्लैकमेल होने की बजाय मैंने तथ्यों को सामने आने देने का फैसला किया. " उन्होंने नेशनल एनक्वायरी के बड़े अधिकारियों पर भी कई आरोप लगाए थे. बेजोस और उनकी पत्नी शादी के 25 साल बाद अब तलाक ले रहे हैं.
Source : IANS