अफगानिस्तान में काबुल हवाई अड्डे के पास हुए सीरियल बम धमाकों (Kabul attack) में अमेरिका के 12 जवानों की मौत हो गई है. सीरियल धमाकों में अब तक 72 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 150 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं. धमाकों के बाद अमेरिका ने कहा कि है वह अपना निकाली अभियान रखेगा. राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) ने आतंकियों को चुनौती देते हुए कहा कि 'हम माफ नहीं करेंगे. हम नहीं भूलेंगे. हम चुन-चुनकर तुम्हारा शिकार करेंगे और मारेंगे. आपको इसका अंजाम भुगतना ही होगा.'
तालिबान के इस हमले में साजिश के पीछे आईएसआईएस का हाथ बताए जाने पर जो बाइडन ने कहा कि इस बात के कोई सबूत नहीं मिले हैं कि काबुल हवाईअड्डे पर हुए हमलों में तालिबान और इस्लामिक स्टेट के बीच मिलीभगत थी. जो बाइडन ने रहा कि इस हमले जो जिसने भी अंजाम दिया है, उसे उसकी सजा जल्द दी जाएगी.
और बढ़ सकती है मृतकों की संख्या
इस हमले में मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है. बताया जा रहा है कि अभी कई और लोग गंभीर रूप से घायल हैं. अमेरिकी सेना के 60 से अधिक जवान घायल हुए हैं और इनकी संख्या बढ़ सकती है. दूसरी तरफ रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि हवाईअड्डे के पास दो आत्मघाती हमलावरों और बंदूकधारियों ने भीड़ को निशाना बनाकर हमला किया, जिसमें कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई जबकि दर्जनों लोग घायल हुए हैं. हालांकि रूस ने यह साथ नहीं किया कि इसमें अमेरिकी सेना भी शामिल है या यह संख्या सिर्फ रूस के लोगों की बताई गई है. अफगानिस्तान में अस्पतालों का संचालन करने वाली इटली की एक संस्था ने कहा कि वे हवाईअड्डे पर हमले में घायल 60 लोगों का उपचार कर रहे हैं. अफगानिस्तान में संस्था के प्रबंधक मार्को पुनतिन ने कहा कि सर्जन रात में भी सेवा देंगे.
अफगानिस्तान में 2300 सैनिकों की मौत
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी जे ब्लिंकन ने कहा कि अफगानिस्तान में 2001 से लेकर अब तक 2300 अमेरिकी सैनिक मारे जा चुके हैं जबकि 20 हजार से अधिक घायल हो चुके हैं. 8 लाख से अधिक लोगों ने इस लंबे संघर्ष के दौरान अपनी सेवा दी है. इसके अलावा कई अन्य अमेरिकी भी अफगानिस्तान में मारे गए हैं. हम उन सभी को सम्मान करते हैं.
HIGHLIGHTS
- काबुल हमले में अब तक 72 लोगों की मौत
- अमेरिका से 12 जवानों की हमले में हुई मौत
- हमले के पीछे बताया इस्लामिक स्टेट का हाथ