गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मौके पर आंदोलनकारी किसानों ने लाल किला और आईटीओ समेत दिल्ली के कई इलाकों में जमकर उत्पात मचाया था. दिल्ली के अलावा दुनिया के और भी कुछ जगहों पर कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन किए गए थे. 26 जनवरी को ही खालिस्तान समर्थकों के एक ग्रुप ने कनाडा के वैंकूवर में स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास को घेर लिया और जमकर उत्पात मचाया था.
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खालिस्तानी समर्थकों के इस ग्रुप में एक शख्स ऐसा भी था, जिसने अभी हाल ही में भारत के महावाणिज्य दूत को धमकी भी दी थी. इतना कुछ होने के बावजूद कनाडाई पुलिस ने भारतीय वाणिज्य दूतावास के बाहर हुई हिंसा का विरोध करने की कोशिश तक नहीं की. गणतंत्र दिवस के मौके पर भारतीय वाणिज्य दूतावास के बाहर हुई खालिस्तान समर्थकों द्वारा हुई हिंसा निश्चित रूप से वहां रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों के लिए खतरे का संकेत है.
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26 जनवरी को कनाडा के वैंकूवर में भारतीय वाणिज्य दूतावास के बाहर हुई हिंसा में शामिल लोगों के पास खालिस्तान के झंडे और प्लेकार्ड्स भी थे. हिंसा को देखते हुए खालिस्तानी समर्थकों के प्रति कनाडाई सरकार की नरम प्रतिक्रिया भारत के प्रति काफी खतरनाक दिख रही है. बता दें कि देश की दिल्ली में बवाल करने वाले हिंसक किसानों को खालिस्तान अपना समर्थन दे रहा है.
Source : News Nation Bureau