पाकिस्तान के पेशावर शहर में दो सिख युवकों की गोली मारकर हत्या (Killings of Sikhs in Pakistan) को लेकर भारत की तरफ से सख्त ऐतराज जताया गया है. पेशावर में बीते आठ महीनों में सिख समुदाय पर हमले की यह दूसरी घटना है. विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान सरकार से कहा है कि मामले की जांच गंभीरता से की जानी चाहिए. इसके साथ ही अल्पसंख्यक सिख समुदाय की पर्याप्त सुरक्षा तय सुनिश्चित की जानी चाहिए. सिख युवकों की हत्या के बाद पाकिस्तान सरकार दुनिया भर में सवालों से घिर गई है.
पेशावर हत्याकांड को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत के लोगों और खासकर सिख समुदाय में बड़ी चिंता है. पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय पर हो रहे इन हमलों को वहां की सरकार गंभीरता से ले और उचित जांच कर कार्रवाई करे. विदेश मंत्रालय ने कहा है कि पाकिस्तान में ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि अल्पसंख्यकों को टारगेट किया गया हो. पहले भी ऐसी कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं. भारत की ओर से पाकिस्तान सरकार को अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा का ध्यान रखने की सलाह दी गई है.
पीएम ने दिया सीएम को निर्देश
इसके बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पेशावर में सिख युवकों की हत्या की निंदा की है. उन्होंने कहा कि इस आतंकवादी कृत्य के पीछे पाकिस्तान के साथ दुश्मनी है. शरीफ ने देश के दुश्मनों को खत्म करने का संकल्प लिया. उन्होंने खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री महमूद खान को दोषियों की फौरन गिरफ्तार कर सजा दिए जाने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री से उन्होंने नागरिकों, विशेष रूप से गैर-मुसलमानों के जीवन और संपत्तियों की सुरक्षा के लिए कदम उठाने का भी आग्रह किया. शरीफ ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना जताई.
सीएम ने दिया पुलिस को निर्देश
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के निर्देशों के बाद खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री महमूद खान ने घटना का संज्ञान लिया है. उन्होंने पुलिस महानिरीक्षक को हत्या में शामिल लोगों की तत्काल गिरफ्तारी के लिए जरूरी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. सीएम खान ने कहा कि यह घटना बेहद निंदनीय और दुखद है. इस जघन्य हत्या में शामिल तत्व कानून के शिकंजे से नहीं बच सकते. उन्होंने पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया. खान ने कहा कि ये शहर में शांतिपूर्ण माहौल और अंतर्धार्मिक सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश है. हमारी सरकार ऐसी कोशिशों को कामयाब नहीं होने देगी.
क्या है पूरा मामला
पेशावर की पुलिस के मुताबिक बाइक सवार दो हमलावरों ने दिनदहाड़े सलजीत सिंह (42) और रंजीत सिंह (38) की गोली मारकर हत्या कर दी और मौके से फरार हो गए. अल्पसंख्यक सिख समुदाय के दोनों युवक मसालों का कारोबार करते थे. पेशावर से लगभग 17 किलोमीटर दूर सरबंद के बाटा ताल बाजार में उनकी दुकानें थीं. अभी तक किसी ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. इससे पहले सितंबर 2021 में एक सिख हकीम की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. ISIS की एक शाखा ISKP ने उस हमले की जिम्मेदारी ली थी.
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पेशावर में बदस्तूर हमले
पेशावर में साल 2020 में भी अज्ञात बंदूकधारियों ने सिख समुदाय के एक 25 वर्षीय व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी थी. 2018 में पेशावर में ही सिख समुदाय की जानी मानी हस्ती चरणजीत सिंह की अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी थी. इसी तरह, 2016 में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ नेशनल असेंबली के सदस्य सोरेन सिंह की पेशावर में हत्या कर दी गई थी. पेशावर में सिख समुदाय के लगभग 15 हजार लोग रहते हैं. इनमें से ज्यादातर राजधानी के पड़ोस जोगन शाह में रहते हैं. पेशावर में सिख समुदाय के अधिकतर सदस्य मसाले और मेडिकल व्यवसाय से जुड़े हैं.
HIGHLIGHTS
- पेशावर में बीते आठ महीने में सिख समुदाय पर हमले की दूसरी घटना
- सिख युवकों की हत्या के बाद पाकिस्तान दुनिया भर में सवालों से घिरा
- पाकिस्तान के पेशावर में सिख समुदाय के लगभग 15 हजार लोग रहते हैं