3 जनवरी 2020 को बागदाद (Baghdad) पर एयर स्ट्राइक कर अमेरिका (America) ने ईरान के टॉप कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी (Top Commander Gen. Qassim Soleimani) को मार गिराया था. जनरल कासिम सोलेमनी (Top Commander Gen. Qassim Soleimani) ईरान के Elite Quds force के कमांडर थे. जनरल कासिम सुलेमानी की मौत की पुष्टि उसके हाथ में पहनी सुलमानी हकीक अंगूठी और उसके बटुए से हुई थी. इसी के साथ इस एयरस्ट्राइक में Abu-Mahadi Al- Muhandis की भी मौत हो गई जो कि मोबिलाइजेशन फोर्स के कमांडर थे. अमेरिका ने 3 दिसंबर को बगदाद एयरपोर्ट पर हमला कर दिया और इस हमले में कई बड़े ईरान-इराक के सैन्य अधिकारी मारे गए.
अमेरिका ने कैसे दिया सुलेमानी को सुलाया मार गिराया
सुलेमानी को मारने के लिए अमेरिका ने बहुत पहले से ही प्लान बनाया हुआ था .सुत्रों के मुताबिक अमेरिका ने सुलेमानी पर करीब दो साल से नजर बनाए रखी थी. बताया जा रहा है कि सुलेमानी पर यूएस, सऊदी और इजराइली खुफिया विभाग के लोग नजर बनाए हुए थे.
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कासिम सुलेमानी को मारने के लिए अमेरिका ने 230MPH के लेजर गाइडेड हैलफायर मिसाइल की मदद ली थी जिसे US MQ-9 Reaper Drone से मारा गया था. यूएस का ये ड्रोन सबसे कम आवाज करने के लिए जाना जाता है. इस ड्रोन ने हजारों फीट की ऊंचाई से एक दम सटीक निशाना लगाते हुए सुलेमानी की काफिले की दो गाड़ियों को निशाना बनाया जिनमें से एक में वो (सुलेमानी) बैठा था.
किसने ली सुलेमानी की जगह
ईरान ने इस्लामिक रिपब्लिक की कुद्स फोर्स के कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी (Qasem Soleimani) की हत्या के बाद इस्माइल कानी (Esmail Qaani) को इस फोर्स का नया कमांडर नियुक्त किया है.
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इसकी घोषणा अयातुल्ला अली खामेनेई ने अपनी वेबसाइट पर जारी किए गए एक वक्तव्य में दी है. इस बयान में ईरान के सबसे बड़े नेता खामेनेई ने इस्माइल कानी को 1980-88 के ईरान-इराक युद्ध का सबसे प्रमुख कमांडर बताया है.
Source : News Nation Bureau