इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने समलैंगिक सेक्स और शादी से पहले यौन संबंध को गैरकानूनी बनाने वाले विधेयक को लेकर बैकफुट पर आ गए हैं. भारी विरोध को देखते हुए राष्ट्रपति जोको विडोडो ने अभी कानून नहीं पारित करने का फैसला किया है. राष्ट्रपति विडोडो ने कहा कि इसे अपराध बनाने वाले कानून की समीक्षा की जरूरत है. उन्होंने संसद से कहा कि बिना समीक्षा के इसे पारित न कराया जाए. इस कानून से दुनिया के सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाले देश के लाखों लोगों पर प्रभाव पड़ता जिनमें समलैंगिक जोड़े शामिल हैं. इस कानून के तहत विवाहेत्तर संबंध बनाने या अफेयर करने पर जेल जाने का प्रावधान है.
विडोडो ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'विभिन्न समूहों की आपत्तियों को सुनने के बाद मैंने इस पर दोबारा विचार करने का फैसला किया है.' उन्होंने कहा कि न्याय मंत्री से कहा गया है कि वह मेरी राय से संसद को अवगत कराएं और कानून को मौजूद सत्र में पारित नहीं किया जाना चाहिए.
इसे भी पढ़ें:वाराणसी में गंगा उफान पर, सीएम योगी आदित्यनाथ बोट पर बैठकर बाढ़ का लिया जायजा, देखें VIDEO
इंडोनेशिया में उपनिवेश काल से चल रहे कानून की जगह नए कानून को लाने पर दशकों से चर्चा हो रही है और 2018 में उसे पारित किया जाना था. हालांकि, नए कानून के प्रावधान पर आपत्ति के कारण वह पारित नहीं हो पाया.
उधर, इंडोनेशिया के इस विधेयक को देखते हुए ऑस्ट्रेलिया के दूतावास ने अपने नागरिकों के लिए शुक्रवार को ट्रैवल अडइवाजरी जारी की, इसमें कहा गया है कि यह विधेयक अविवाहित विदेशी पर्यटकों को परेशानी में डाल सकता है.