बहरीन के शाह हमद बिन इसा अल खलीफा ने विदेशी हस्तक्षेप के बगैर मध्य-पूर्व के राजनीति संकट के समाधान में खाड़ी सहयोग परिषद(जीसीसी) की भूमिका का उल्लेख किया।
अल साखिर पैलेस में मंगलवार को 37वें जीसीसी की बैठक के शुभारंभ की घोषणा करते हुए उन्होंने जीसीसी के सदस्य देशों और लोगों के बीच गहरी जड़ें जमाए रखने और रिश्ते में मधुरता के बंधन को बनाए रखने पर बल दिया।
अल खलीफा ने सऊदी अरब के शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज अल-सऊद को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने इससे पहले सत्र में इस संस्था के अध्यक्ष के कार्यकाल के दौरान समर्पित ढंग से उनके किए गए प्रयासों की सराहना की। जीसीसी की अध्यक्षता बदलती रहती है और इससे पहले सऊदी के शाह इसके अध्यक्ष थे।
जीसीसी में बहरीन, कुवैत, ओमान, कतर, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं।
अल-खलीफा ने सऊदी अरब के नेता के दूरदर्शी नजरिए की सराहना की। उन्होंने इस छह सदस्यीय देशों की ऐतिहासिक संस्था के स्तंभों को मजबूत करने के लिए कठिन प्रयासों के लिए जीसीसी नेताओं की प्रशंसा की। इस संस्था ने साझा हितों और भरोसा देने वाले भविष्य को प्रतीक के रूप में पेश किया है।
उन्होंने क्षेत्र के संकट का सामना कर रहे और राजनीतिक समाधान चाहने वाले देशों के लिए और उनके आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप को दूर रखने में जीसीसी के अत्यंत महत्वपूर्ण पहल का उल्लेख किया।
Source : IANS