विवादित इस्लामिक धर्म प्रचारक जाकिर नाइक की मलेशिया में मुश्किलें बढ़ती जा रही है. उनकी स्थायी नागरिकता रद्द की जा सकती है. मलेशियाई मीडिया ने वहां के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद के हवाले से बताया कि जाकिर नाइक की स्थायी नागरिकता को रद्द किया जा सकता है. लेकिन ऐसा तभी होगा जब यह साबित किया जाए कि उनके कामों से देश को नुकसान पहुंच रहा है. पुलिस अब जाकिर नाईक को लेकर जांच में जुट गई है. अगर जाकिर नाइक के किसी भी चीज से मलेशिया को नुकसान हो रहा होगा तो उनकी नागरिकता छीन ली जाएगी.
अगर ऐसा होता है तो भारत की बड़ी जीत होगी. भारतीय जांच एजेंसिया बहुत वक्त से जाकिर नाइक को भड़काऊ बयान समेत गैरकानूनी गतिविधियां में भारत लाना चाहती है. ऐसे में नाइक को भारत लाने में आसानी होगी.
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मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मलेशिया की पुलिस ने जाकिर नाइक से 7 घंटे पूछताछ की. बता दें कि मलेशिया में जाकिर नाइक के खिलाफ जांच इसलिए चल रही है क्योंकि उसपर आरोप है कि उसने मुस्लिम बहुल देश में रह रहे अल्पसंख्यक हिंदुओं और चीनी नागरिकों के खिलाफ बयान दिया है.
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गौरतलब है कि जाकिर नाइक को मलेशिया की पिछली सरकार स्थायी निवास दिया था और वह तीन सालों से वहां रह रहा है. उसके खिलाफ जुलाई 2016 में ढाका की एक बेकरी पर हुए हमले को लेकर भारत और बांग्लादेश में जांच जारी है.