मॉरीशस सरकार ने आयोध्या में राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह वाले दिन हिंदुओं के लिए दो घंटे की खास छुट्टी का ऐलान किया है. मॉरीशस सरकार के कैबिनेट ने शुक्रवार को इससे जुड़े एक प्रस्ताव को मंजूरी दे दी. मॉरीशस के पीएम कार्यालय की वेबसाइट पर जारी अधिसूचना में कैबिनेट के फैसले की जानकारी प्राप्त हुई है. रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार 22 जनवरी, 2024 को भारत में अयोध्या राम मंदिर के उद्घाटन को देखते हुए कैबिनेट, हिंदू अधिकारियों के लिए 14.00 बजे (दोपहर बाद दो बजे) से दो घंटे की विशेष छुट्टी देने पर राजी हुआ है. यह एक ऐतिहासिक घटना है. अयोध्या में भगवान राम की वापसी जैसा है."
मॉरीशस के पीएम प्रविंद कुमार जुगनाथ ने कैबिनेट के इस निर्णय पर कहा कि यह भावनाओं और परंपराओं के सम्मान को लेकर एक प्रयास है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को अयोध्या में नए राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में हिस्सा लेने वाले हैं. इस समारोह को लेकर देश और दुनिया के कई हजार लोगों को निमंत्रण दिया गया है. करीब 13 लाख की आबादी वाले मॉरीशस में 48 प्रतिशत से ज्यादा लोग हिंदू हैं. वहीं भारतीय मूल के लोगों का प्रतिशत करीब दो तिहाई यानी 67 प्रतिशत रहा है.
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गौरतलब है कि पीएम नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को भव्य मंदिर के गर्भगृह में श्री राम लला की मूर्ति की स्थापना करने वाले हैं. भव्य मंदिर के उद्घाटन को लेकर कई नेताओं और गणमान्य व्यक्तियों को निमंत्रण दिया गया है. मंदिर के अफसरों के अनुसार, यह समारोह 16 जनवरी से आरंभ होकर सात दिनों तक चलने वाला है. वैदिक अनुष्ठान प्राण-प्रतिष्ठा के मुख्य समारोह से एक हफ्ते पहले 16 जनवरी से आरंभ होगा.
इससे पहले बुधवार को अमेरिका में भारतीय दूत तरणजीत सिंह संधू का कहना है कि रामायण विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में एक पुल की तरह है. वाशिंगटन डीसी में यूएस कैपिटल हिल में आयोजित एक कार्यक्रम को लेकर उन्होंने कहा कि कई पीढ़ियों से रामायण की कहानियां सामने आती रही हैं. यह कहना कठिन है कि कोई उन्हें कब सीखता है.
Source : News Nation Bureau