भारत से भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) डोमिनिका की जेल में बंद है. भारत सरकार उसे वापस लाने की कवायद में जुटी है. वहीं, इस बीच मेहुल चोकसी की प्रीति चोकसी पत्नी ने कहा ने कहा कि मेरे पति को कई स्वास्थ्य समस्याएं हैं. वह एक एंटीगुआन नागरिक है और एंटीगुआ और बारबुडा संविधान के अनुसार सभी अधिकार, सुरक्षा प्राप्त करता है. मुझे कैरेबियाई देशों के कानून के शासन में पूरा विश्वास है. हम जल्द से जल्द एंटीगुआ में उनकी सुरक्षित और सही वापसी का इंतजार कर रहे हैं.
मेहुल चोकसी की पत्नी प्रीति चोकसी ने कहा कि जिस चीज ने परिवार को पीड़ा दी है, वह है शारीरिक प्रताड़ना और मेरे पति के मानवाधिकारों की पूर्ण अवहेलना. अगर कोई वास्तव में उसे जीवित वापस चाहता था, तो उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने और उसका दुरुपयोग करने की आवश्यकता क्यों थी? मेहुल चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने कहा कि मीडिया रिपोर्ट्स हैं कि डोमिनिका में उनके भाई वहां विपक्षी पार्टियों से बात कर रहे थे. लोग अपने दांतों से झूठ बोल रहे हैं क्योंकि उसका भाई डोमिनिका केवल यह देखने के लिए आया है कि मेहुल चोकसी का चिकित्सकीय ध्यान रखा जाए.
भगोड़ा कारोबारी मेहुल चोकसी मामले की डोमिनिका कोर्ट में सुनवाई से पहले एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गेस्टन ब्राउन ने एक और बड़ा दावा किया है. गेस्टन ब्राउन ने दावा किया है कि भगोड़े कारोबारी चोकसी का वकील विपक्षी दल से जुड़ा है, जो राजनीतिक निहित स्वार्थों के साथ काम कर रहा है. कानून द्वारा आवश्यक जांच के लिए खुद को (भगोड़ा हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी) के अधीन करने के बजाय, उसने अपनी नागरिकता के रद्द होने पर रोक लगाने के लिए अदालतों का इस्तेमाल किया. प्रधानमंत्री गेस्टन ने बताया कि चोकसी ने यूपीपी के एक प्रसिद्ध सदस्य को अपना वकील बनाया है.
चोकसी के वकील जस्टिन साइमन यूपीपी के कार्यकाल में अटॉर्नी जनरल रह चुके हैं. हमारे पास यह विश्वसनीय जानकारी है कि उन्होंने कैंपेन के फंडिंग के लिए चोकसी को सुरक्षा देने का वादा किया था. उन्होंने आगे कहा कि यही वजह है कि वे इतने उतावले हो रहे हैं कि मेहुल चोकसी को डोमिनिका से भारत नहीं भेजा जाना चाहिए, बल्कि एंटीगुआ वापस भेज दिया जाना चाहिए, जहां वह नागरिकता के संवैधानिक संरक्षण के पीछे छिपा रह सकता है. बता दें कि 14 अक्टूबर, 2019 को लिखे एक पत्र में एंटीगुआ के पीएम कार्यालय ने मेहुल चोकसी को एंटीगुआ और बारबुडा की नागरिकता से वंचित कर दिया था.
Source : News Nation Bureau