इस सप्ताह के शुरू में पोलैंड में गिरी मिसाइल संभवत: यूक्रेन की मिसाइल थी. यह बयान नाटो महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने दिया है. बुधवार रात बीबीसी से बात करते हुए नाटो प्रमुख ने कहा, अधिक संभावना है कि यह एक यूक्रेनी वायु रक्षा मिसाइल है. उनकी यह टिप्पणी यूक्रेन से लगी पोलैंड की सीमा से 6 किमी दूर प्रेजवोडो में एक खेत में मंगलवार रात हुए विस्फोट की जांच जारी रहने के बीच आई है. स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि नाटो ने यूक्रेन को अधिक उन्नत वायु रक्षा प्रणाली की आपूर्ति करने के जवाब में वादा किया था, जो गठबंधन का सदस्य नहीं है, लेकिन व्यापक सैन्य सहायता प्राप्त करता है.
उन्होंने बीबीसी को बताया, आज मैंने यूक्रेन के लिए एक सहायता समूह की बैठक में भाग लिया जहां नाटो सहयोगियों और साझेदारों ने अधिक उन्नत वायु रक्षा प्रणालियों के लिए नए वादे किए, ताकि हम रूसी मिसाइलों को मार गिराने में मदद कर सकें. लेकिन भविष्य में इस तरह की किसी भी घटना को रोकने का सबसे अच्छा तरीका रूस के लिए युद्ध को रोकना है. हमारे पास कोई संकेत नहीं है कि यह रूस की ओर से जानबूझकर किया गया हमला है.
हालांकि, उन्होंने कहा कि, इसमें कोई संदेह नहीं है कि इसके लिए रूस भी जिम्मेदार है, क्योंकि ऐसा नहीं होता अगर रूस ने कल यूक्रेनी शहरों के खिलाफ मिसाइल हमलों की बौछार शुरू नहीं की होती.
मॉस्को और कीव के बीच शांति वार्ता की संभावना के बारे में पूछे जाने पर स्टोलटेनबर्ग ने बीबीसी को बताया कि पिछले प्रयासों से पता चलता है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की समझौता व बातचीत करने की कोई इच्छा नहीं है.
उन्होंने कहा, हमें यह समझना होगा कि अगर पुतिन और रूस लड़ना बंद कर देते हैं तो हमारे पास शांति होगी लेकिन अगर (यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर) जेलेंस्की और यूक्रेन लड़ना बंद कर देते हैं, तो यूक्रेन एक स्वतंत्र संप्रभु राष्ट्र के रूप में अस्तित्व में नहीं रहेगा.
यूकेनिसिका की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा कि, वारसॉ ने इस घटना को देश पर हमला नहीं माना क्योंकि गिरी हुई मिसाइल को शायद यूक्रेनी वायु रक्षा बलों द्वारा दागा गया था. इस बीच जेलेंस्की ने यूक्रेन के विशेषज्ञों से मामले की जांच के लिए कहा है.
हालांकि राष्ट्रपति कहते हैं कि मिसाइल यूक्रेन की नहीं, बल्कि रूस की थी.
Source : IANS