पाकिस्तान में अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं है इसका एक ताजा मामला सामने आया है. पाकिस्तान के सिंघ प्रांत स्थित घोतकी क्षेत्र में कट्टरपंथियों ने एक मंदिर में तोड़फोड़ की. हाईस्कूल के एक हिंदू शिक्षक पर ईश निंदा के झूठे आरोपों से ये विवाद शुरू हुआ. एक छात्र ने शिक्षक पर आरोप लगाया था. इसकी खबर जब कट्टरपंथियों को लगी तो उन्होंने स्कूल और मंदिर पर जमकर बवाल काटा.
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घटनास्थल पर मौजूद पुलिस मौन धारण कर सिर्फ तमाशा देखती रही. इस घटना के बाद घोटकी में सन्नाटा पसर गया है और हिन्दू समुदाय के लोग काफी डरे हुए हैं. वहीं, छात्रा के पिता की शिकायत पर शिक्षक के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया है. शिक्षक सिंध पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल हैं.
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ये मामला ऐसे देश में हुआ, जहां के प्रधानमंत्री इमरान खान आतंकवादियों और पत्थरबाजों पर एक्शन का मुद्दा यूएन में उठाने की गीदड़भभकी देते हैं. पाकिस्तान में लगातार अल्पसंख्यकों पर हमले की खबर आ रही है. हाल ही में एक सिख लड़की के जबरन धर्मांतरण और निकाह का भी केस सामने आ चुका है, जबकि खौफ में इमरान की पार्टी के ही एक पूर्व हिन्दू विधायक बलदेव कुमार शरण लेने भारत आ चुके हैं.