बांग्लादेश पुलिस ने हिंदुओं के घरों पर हमला कर आगजनी करने के मामले में 53 लोगों को हिरासत में लिया है। एक स्थानीय द्वारा फेसबुक पर धर्म को अपमानित करने वाली अफवाह पोस्ट करने के बाद यह हिंसा हुई जिसमें हिंदुओं के घरों को निशाना बनाया गया था।
बीडीन्यूज24 डॉट कॉम के मुताबिक, रंगपुर के ठाकुरबड़ी गांव में शुक्रवार को हिंदू परिवारों से संबंधित 30 से ज्यादा घरों को निशाना बनाकर तोड़फोड़ और लूटपाट की गई, जिसके बाद भीड़ ने घरों को आग के हवाले कर दिया। यह घटना एक हिंदू व्यक्ति द्वारा 'अपमानजनक' स्टेटस पोस्ट करने के बाद घटी।
गुस्साई भीड़ पर काबू करने के लिए पुलिस ने गोलियां चलाईं, जिसके कारण एक 30 साल के शख्स हबीबुर रहमान की मौत हो गई। पुलिस को गोली चलाते देख हिंसा और भड़क गई जिसके बाद कई घरों को फूंक दिया गया। हिंसा में 11 अन्य घायल हुए हैं।
पुलिस अधीक्षक मिजानुर रहमान ने कहा कि पुलिस ने इस घटना के संबंध में दो मामले दर्ज किए हैं और 53 लोगों को हिरासत में लिया है।
घटना के पीड़ितों में से एक दुलाली राम ने ढाका ट्रिब्यून को बताया, 'एक भीड़ शुक्रवार दोपहर को हमारे पड़ोस में आई और बिना बात के हमारे घरों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। यहां तक कि वे हमारे पशुओं को भी ले गए।'
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उन्होंने कहा, 'उन्होंने मेरे बरतनों समेत सब कुछ जला दिया। हमारे पास न तो रात को सोने के लिए जगह थी और न ही खाना पकाने का कोई साधन।'
कई ग्रामीणों ने कहा कि अगर किसी एक ने फेसबुक पर अपमानजनक स्टेटस डाला है, तो उस एक शख्स को पकड़ना चाहिए और उसे उसकी सजा देनी चाहिए।
अखबार 'द डेली' के मुताबिक, यह स्टेटस कथित तौर पर ठाकुरबड़ी गांव के मूल निवासी द्वारा सोशल मीडिया पर डाला गया है, लेकिन बहुत कम लोगों ने इसे देखने की बात मानी है।
प्रत्यक्षदर्शियों में से एक ने कहा, 'जुम्मे की प्रार्थना खत्म होने के बाद पड़ोस के छह गांवों के प्र्दशनकारी इकठ्ठा हुए और आस-पड़ोस के हिंदू लोगों पर हमला कर दिया।'
मामले की जांच के लिए एक तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी गई। जिला प्रशासन ने कहा कि हमले के पीड़ितों की क्षतिपूर्ति के लिए विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं।
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Source : IANS