पिछले 28 साल में पहली बार मूडीज़ ने चीन की क्रेडिट रेंटिंग घटाई है। एजेंसी ने चीन की क्रेडिट रेटिंग एए3 से घटाकर एए1 कर दी है। चीन के कर्ज में भारी बढ़ोतरी के चलते मूडीज़ ने यह कदम उठाया है।
मूडीज़ ने कहा है, 'मूडीज को उम्मीद है कि आने वाले सालों में इकनॉमी में तेजी से बढ़ोतरी होगी। योजनाबद्ध सुधार कार्यक्रम के धीमा होने की संभावना है, लेकिन यह रुकेगा नहीं। वहीं, निवेश हेतु लिए जाने वाले कर्ज में बढ़ोतरी होगी।'
एजेंसी को ऐसा अंदेशा है कि आनेवाले सालों में चीन की आर्थिक ताकत कुछ हद तक घट जाएगी क्योंकि अर्थव्यस्था पर कर्ज का बोझ बढ़ता जा रहा है। जिसका असर देश की विकास दर पर होगा।
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चीन की अर्थव्यवस्था साल 2016 में 6.7% की दर से बढ़ी, जबकि इसके पिछले साल यह 6.9 प्रतिशत थी। साल 2016 में चीनी सरकार का बजट घाटा जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) का करीब तीन फीसदी था।
मूडीज को उम्मीद है कि साल 2018 तक सरकार का कर्ज जीडीपी के 40 फीसदी तक और 2020 के अंत तक जीडीपी के 45 फीसदी तक पहुंच जाएगा।
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Source : News Nation Bureau