पूरी दुनिया में कोरोना वायरस (Corona Virus) की दहशत लगातार बढ़ती ही जा रही है. कोरोना वायरस से होने वाली बीमारी की वजह से पूरी दुनिया में मौतों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है. कोरोना वायरस का इलाज पूरी तरह से अभी तक किसी भी देश के पास नहीं आ पाया है हालांकि रूस ने कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) बनाने का दावा तो किया है लेकिन अभी उसके दावे पर तमाम विशेषज्ञों की अलग-अलग राय है. कोरोना वायरस अब तक दुनिया की सबसे चैलेंजिंग समस्या बनी है जिसका इलाज हर एक देश खोज रहे हैं इसकी जद से दुनिया का सबसे ताकतवर आदमी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी नहीं बच पाये है. इस वायरस ने अभी तक दुनिया की लगभग साढ़े 10 लाख जिंदगियां लील ली हैं.
कोरोना वायरस की वजह से कई देशों में लगे लॉकडाउन (Lock Down) के खुलने के बाद लोगों ने फिर से लापरवाही बरतनी शुरू कर दी है. कुछ एक्सपर्ट्स ने कोरोना वायरस को लेकर ये चेतावनी दी है कि कोरोना वायरस से होने वाली मौतों से भी बड़ी समस्या आने वाले समय में 'Long COVID' बन सकती है. आइए आपको बताते हैं क्या है 'Long COVID' और ये कैसे दुनिया की सबसे बड़ी समस्या बन सकता है?
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जब कोई मरीज कोरोना वायरस की वजह से बीमार होता है लेकिन उसके बावजूद वो ठीक हो जाता है लेकिन इसके बाद उस मरीज के शरीर में कई तरह की दिक्कतें पैदान होने लगती हैं जिसकी वजह से उसे कई अन्य तरह की समस्याओं से जूझना पड़ता है, ये समस्याएं लंबे समय तक मरीजों को परेशान कर रही हैं. विशेषज्ञों ने इस नई समस्या को ही 'Long COVID' का नाम दिया है.
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ब्रिटेन के प्रमुख स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि 'Long COVID'आने वाले समय में कोरोना से होने वाली मौतों से भी बड़ी समस्या बन सकता है, ऐसा इसलिए होगा क्योंकि ऐसे लोगों की संख्या काफी अधिक होगी जो लोगकोरोना से जान बचाने के बाद भी कई मायनों में बीमार ही रहेंगे. कई ऐसे लोग तो अपने ऑफिस भी जाकर काम नहीं कर पाएंगे.
आपको बता दें कि कोरोना वायरस से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या अभी भी तेजी से बढ़ती जा रही है और इस बात का भी अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है कि कोरोना वायरस से कुल कितने लोग संक्रमित होंगे. इसकी वजह से 'Long Covid' बीमारी के शिकार होने वाले लोगों की संख्या भी लगातार बढ़ती जाएगी. इतनी बड़ी संख्या में लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवा पाना कई देशों के लिए बहुत मुश्किल खड़ी कर सकता है. ब्रिटेन के मशहूर वैज्ञानिक टिम स्पेक्टर ने बताया है कि कोरोना वायरस काफी लोगों के इम्यून सिस्टम को प्रभावित करता है जिससे उनके शरीर के कई अंग प्रभावित हो जाते हैं. कोरोना से ठीक होने के बाद भी ऐसे लोगों को सांस की तकलीफ, लगातार थकान और दिमागी दिक्कतें होती रहती हैं. यह सब कई महीने तक चलता है. जिसकी वजह से मरीज को भविष्य में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.
Source : News Nation Bureau