काला सागर में डूब चुके रूसी युद्धपोत मोस्कवा में दो परमाणु हथियार हो सकते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यूक्रेन के विशेषज्ञों ने यह दावा किया है. रूस-यूक्रेन की जंग आठवें सप्ताह में प्रवेश कर चुकी है और इसी बीच रूस के लिए एक बुरी खबर सामने आई है, क्योंकि रूस को अब तक का सबसे बड़ा झटका लगा है. रूसी नौसेना का स्लावा क्लास का क्रूजर मोस्कवा काला सागर में डूब गया. यूक्रेनी सैन्य कमान ने 14 अप्रैल की दोपहर घोषणा की कि यूक्रेनी मिसाइलों के हमलों के कारण क्रूजर 'मोस्कवा' डूब लगा. बाद में यह बताया गया कि सेवस्तोपोल जाने के दौरान विशालकाय युद्धपोत के बोर्ड पर लंबी आग के बाद रूसी जहाज डूब गया.
यूएनजीसी से हस्तक्षेप की मांग
उक्रेइंस्का प्रावडा ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि ब्लैक सी इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रैटेजिक स्टडीज के प्रोजेक्ट मैनेजर एंड्री क्लाइमेंको ने कहा, 'विशेषज्ञों का कहना है कि मोस्कवा पर क्रूज मिसाइलों के लिए 2 परमाणु हथियार हैं.' उन्होंने कहा, 'ये हथियार कहां हैं? जब गोला बारूद में विस्फोट हुआ तो वे कहां थे? मानचित्र पर प्वाइंट कहां है? समन्वय किसने किया? ये संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, आईएईए की दक्षताएं हैं...' उन्होंने आगे कहा, 'काला सागर तटीय राष्ट्रों तुर्की, रोमानिया, बुल्गारिया, जॉर्जिया को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए.'
पुतिन को लगा है बड़ा झटका
13 अप्रैल की शाम को यूक्रेनी एंटी-शिप नेप्च्यून मिसाइल ने रूसी काला सागर बेड़े के मिसाइल क्रूजर पर हमला किया. इसके बाद 16 क्रूज मिसाइलों वाला क्रूजर निष्क्रिय हो गया और डूब गया. 14 अप्रैल की सुबह रूसी रक्षा मंत्रालय ने स्वीकार किया कि काला सागर बेड़े के प्रमुख युद्धपोत के डेक पर आग लग गई थी. उक्रेइंस्का प्रावडा के अनुसार, मंत्रालय ने कहा कि गोला-बारूद के आकस्मिक विस्फोट के कारण यह हादसा हुआ. इसने आगे बताया कि कमांड ने व्यक्तिगत रूप से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को भी घटना की सूचना दे दी है.
HIGHLIGHTS
- यूक्रेन की एजेंसी ने किया परमाणु हथियारों को लेकर दावा
- सुरक्षा परिषद समेत तटीय देशों से जांच की मांग भी की