एफबीआई के पूर्व निदेशक रॉबर्ट मूलर ने बुधवार को इस बात से इनकार किया कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रूस की कथित भूमिका की दो साल लंबी उनकी जांच में बाधा डालने के मामले में डोनाल्ड ट्रंप को दोष मुक्त बताया गया था. हालांकि, इस जांच पर कांग्रेस के समक्ष अपनी पहली गवाही में उन्होंने ट्रंप को किसी अपराध का आरोपी बनाने से इनकार कर दिया. 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की अपनी जांच पर अंतिम रिपोर्ट जारी करने के तीन महीने बाद ज्यादातर अमेरिकी नागरिकों के बीच इस बारे में स्थिति अस्पष्ट है कि क्या ट्रंप ने न्याय में बाधा डाली थी और क्या उनके चुनाव प्रचार अभियान में रूस के साथ सांठगांठ की गई थी.
ट्रंप इस जांच में खुद को दोषमुक्त बता रहे हैं, जबकि डेमोक्रेट कह रहे हैं कि मूलर की रिपोर्ट में राष्ट्रपति पर महाभियोग चलाने के लिए पर्याप्त साक्ष्य हैं. ऐसे में मूलर ने प्रतिनिधि सभा में डेमोक्रेट संचालित दो अलग समितियों में पहली बार सवालों का सामना किया. हाऊस ज्यूडिशयरी कमेटी के समक्ष सुनवाई की शुरूआत में जब यह पूछा गया कि क्या उनकी रिपोर्ट में राष्ट्रपति को कोई गड़बड़ी करने से बरी कर दिया है, मूलर ने कहा 'नहीं.' पूर्व विशेष अभियोजक ने इस बात पर जोर दिया कि रूस ने 2016 के चुनाव को प्रभावित किया था और उसने डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन के खिलाफ ट्रंप के प्रचार अभियान को मजबूत करने के लिए ऐसा किया था. हालांकि, ट्रंप ने इस आरोप से बार-बार इनकार किया है.
मूलर ने कहा, 'हमने राष्ट्रपति के दोषी होने के बारे में अपर्याप्त सबूत पाये हैं.' मूलर ने कहा कि राष्ट्रपति ने जो कृत्य किये हैं उसके लिए वह (ट्रंप) दोषमुक्त नहीं किये गये हैं. यह सच है कि ट्रंप राष्ट्रपति पद से सेवामुक्त होने के बाद न्याय में बाधा डालने को लेकर अभियोजित किये जा सकते हैं. इस बीच, डेमोक्रेट सांसद तेद लियू ने कहा, 'हर अमेरिकी मूलर रिपोर्ट में खुलासा किये गए अपराध और भ्रष्टाचार को जानने का हकदार है.' प्रसिद्ध अभियोजक 74 वर्षीय मूलर ने ऐसे 10 उदाहरण भी विस्तार से बताएं जिनमें ट्रंप ने जांच में बाधा डालने की कोशिश की थी. मूलर ने यह बात दोहराई कि वह अपनी रिपोर्ट में उल्लेख की गई विषय वस्तु के दायरे में रहेंगे. उन्होंने मई में संवाददाता सम्मेलन में कुछ सार्वजनिक टिप्पणियां की थी लेकिन सवाल नहीं लिये थे. गौरतलब है कि ट्रंप ने मूलर की जांच को 2017 से राजनीति से प्रेरित बताया है.
Source : Bhasha