Taliban New Government : तालिबान ने अफगानिस्तान में अपनी अंतरिम सरकार की घोषणा कर दी है. तालिबानी सरकार में मुल्ला, मौलवी और हक्कानी प्रमुख बनाए गए हैं. मुल्ला हसन अखुंद प्रधानमंत्री और मुल्ला अब्दुल गनी बरादर उप प्रधानमंत्री का दायित्व संभालेंगे, जबकि सिराजुद्दीन हक्कानी को गृह मंत्री और मौलवी मोहम्मद याकूब मुजाहिद को रक्षा मंत्री नियुक्त किया गया है. अल्हाज मुल्ला फजल को मिलिट्री चीफ की जिम्मेदारी सौंपी गई है. तालिबान प्रवक्ता जैबीहुल्लाह मुजाहिद ने सरकार के अन्य पदाधिकारियों का भी ऐलान किया है. साथ ही उन्होंने साफ कर दिया है कि तालिबान की अंतरिम सरकार सिर्फ 6 महीने के लिए ही बनाई गई है. आइये हम बताते हैं कि मुल्ला हसन अखुंद, मुल्ला अब्दुल गनी बरादर, सिराजुद्दीन हक्कानी और मौलवी मोहम्मद याकूब मुजाहिद कौन हैं?
जानें कौन हैं मुल्ला हसन अखुंद
- मुल्ला हसन अखुंद फिलहाल रहबारी शूरा (लीडरशिप काउंसिल) के मुखिया हैं.
- रहबारी शूरा तालिबान की सबसे शक्तिशाली निर्णय लेने वाली संस्था है.
- मुल्ला हसन अखुंद का जन्म उसी कंधार में हुआ है, जिससे तालिबान की भी शुरुआत हुई थी.
- सशस्त्र आंदोलन की शुरुआत करने वाले लोगों में मुल्ला हसन शामिल थे.
- हसन का नाम संयुक्त राष्ट्र की आतंकी सूची में भी शामिल है.
- जानकारी के मुताबिक, मुल्ला हसन करीब 20 साल से शेख हैं, बतुल्ला अखुंजादा के करीबी रहे हैं. इसी वफादारी का इनाम उन्हें मिलने जा रहा है.
- मुल्ला हसन पिछले 20 सालों से रहबारी शूरा की तरह काम देख रहे हैं, इसलिए तालिबान लड़के उनकी काफी इज्जत भी करते हैं.
- फिलहाल के वत्त में मुल्ला हसन को उनके चरित्र और भक्ति भाव के लिए ही जाना जाता है.
- साथ ही वह मिलिट्री बैकग्राउंड से न होकर धार्मिक नेता के तौर पर ज्यादा मशहूर हैं.
- तालिबान की पिछली सरकारों में भी मुल्ला हसन अहम पदों पर रहे.
- मुल्ला मोहम्मद रब्बानी अखुंद जब अफगान के प्रधानमंत्री थे तब मुल्ला हसन को पहले विदेश मंत्री और फिर डिप्टी प्राइम मिनिस्टर तक बनाया गया था.
कौन हैं मुल्ला अब्दुल गनी बरादर
- मुल्ला अब्दुल गनी बरादर की हैसियत तालिबान के सबसे कद्दावर नेता मुल्ला उमर के बाद नंबर दो की थी.
- मुल्ला अब्दुल गनी बरादर की शादी मुल्ला उमर की बहन से हुई है.
- मुल्ला उमर की मौत के बाद मुल्ला अब्दुल गनी बरादर की पोज़िशन नंबर एक की है.
- मुल्ला अब्दुल गनी बरादर की गिनती उन चार लोगों में होती है, जिन्होंने 1994 में तालिबान की शुरुआत की थी.
- मुल्ला बरादर अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता के दौरान उनके रक्षा उपमंत्री भी रहे थे.
- मुल्ला बरादर को मिलिट्री स्ट्रेटेजिस्ट और कमांड का एक्सपर्ट माना जाता है.
- मुल्ला बरादर ने तालिबान को फंडिंग उपलब्ध कराने का भी अपना नेटवर्क खड़ा किया था.
- मुल्ला बरादर का अफगानिस्तान में अपना बड़ा मजबूत इंटेलिजेंस नेटवर्क है.
- मुल्ला बिरादर ने अफगान फोर्स के खिलाफ लड़ी जाने वाली सभी लड़ाइयों को लीड किया.
- हेरात और काबुल की घेरेबंदी में मुल्ला उमर की प्लान का बड़ा हिस्सा था.
- अमेरिकी फोर्स के खिलाफ मुल्ला बरादर ने कई बड़े हमले को अंजाम दिया है.
- मुल्ला बरादर ऐसे नेताओं में से रहे हैं जो अमेरिका और अफगानिस्तान सरकार के साथ बातचीत के पक्षधर रहे.
- मुल्ला बरादर के बारे में ये भी बात कही जाती है कि उनके पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ करीबी संबंध रहे हैं.
- 2010 में मुल्ला बरादर को यूएस पाकिस्तान की जॉइंट फ़ोर्स ने कराची से गिरफ्तार किया था.
- गिरफ्तारी के तीन साल बाद ही 2013 में मुल्ला बरादर को रिहा कर दिया गया.
कौन हैं सिराजुद्दीन हक्कानी
- सिराजुद्दीन हक्कानी हक्कानी नेटवर्क के संस्थापक जलालुद्दीन हक्कानी के बेटा हैं.
- इस समय हक्कानी नेटवर्क का प्रमुख हैं.
- बचपन पाकिस्तान के मिरनशाह में बिताया है.
- पेशावर के उपनगर में मौजूद दारुल उलूम हक्कानियां में पढ़ाई की है
- सैन्य मामलों का जानकार माना जाता है
- हक्कानी नेटवर्क और तालिबान 2016 में एक-दूसरे के साथ आ गए.
- इस तरह सिराजुद्दीन हक्कानी तालिबान का दूसरा डिप्टी लीडर बना.
- वह वित्त और सैन्य संपत्ति की देखरेख करता है.
कौन हैं मौलवी मोहम्मद याकूब मुजाहिद
- तालिबान के संस्थापक मुल्ला उमर का बेटा मोहम्मद याकूब है, जिसे एक बार तालिबान का सर्वोच्च पद दिए जाने की चर्चा थी.
- हालांकि, अब याकूब के बारे में बहुत ही कम जानकारी है.
- उसने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के एक मदरसे में शिक्षा हासिल की और अब वह अफगानिस्तान में रहता है.
- वह सिराजुद्दीन हक्कानी के साथ समूह की सैन्य गतिविधियों की निगरानी करता है.