मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड साजिद मीर इस समय जिदंगी और मौत के बीच से झूल रहा है. लश्कर-ए-तैयबा के इस आतंकी को पाकिस्तान में जहर दिया गया है. इस समय वह एक अस्पताल में वेटिंलेर सपोर्ट पर है. मीडिया रिपोर्ट की मानें तो पाकिस्तान की कोट लाखपत जेल में बंद मीर को अचानक अस्पताल में भर्ती किया गया. मुंबई आतंकी हमले का यह सरगना जून 2022 से जेल में बंद था. मीडिया रिपोर्ट में मीर को कथिथ तौर पर जहर देने की बात कही गई है. जहर दिए जाने के बाद उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई. उसे इलाज के लिए अस्पताल लाया गया है. उसे जीवित रखने के लिए वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है. लश्कर के इस खूंखार कमांडर को पाकिस्तान के डेरा गाजी जेल में जहर दे दिया गया. इस घटना के बाद से आतंकी संगठनों में भय का माहौल देखने को मिल रहा है. हाल फिलहाल में ही मीर को लाखपत जेल से हटाकर डेरा गाजी जेल में रखा गया था.
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पाक सेना की साजिश संभव!
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो इस घटना में पाकिस्तानी सेना का हाथ हो सकता है. दरअसल दुनिया की नजर में पाकिस्तान आतंकियों का पनाहगाह बन चुका है. वह खूंखार आतंकियों को शरण देता रहा है. ऐसे में पाकिस्तान को बाहर से फंडिंग उठाने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. दुनिया भर में पाकिस्तान को आतंकियों के लिए सुरक्षित देश माना जाता है. ऐसे में पाकिस्तान अपनी छवि सुधारने की कोशिश में लगा है. ऐसा कहा जा रहा है कि अपनी पहचान को सुधारने के लिए पाकिस्तान सेना ने ही इस तरह की कोई साजिश रची हो.
टेरर फंडिंग मामले को लेकर 8 साल की काट रहा सजा
आपको बता दें कि लश्कर-ए-तैयबा का यह आतंकी टेरर फंडिंग के मामले में 8 साल की सजा काट रहा है. ऐसा कहा जा रहा है कि वैश्विक दबाव के बाद मीर के खिलाफ पाकिस्तान ने इस तरह की कार्रवाई की. FATF की कार्रवाई से बचने को लेकर पाकिस्तान सरकार को न चाहते भी ये दिखावा करना पड़ रहा है. मीर को लश्कर सरगना हाफिज मोहम्मद सईद का खासमखास माना जाता है.
मुंबई हमले में 166 से अधिक की हुई थी मौत
साजिद मीर ने डेविड कोलमैन हेडली के साथ मिलकर मुंबई हमले की साजिश रचि थी. 15 वर्ष पहले हुए इस हमले ने पूरे हिंदुस्तान को हिला दिया था. इस हमले में 166 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी. वहीं 300 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे.