Muslims in Bangladesh denounce China for atrocities on Uyghurs : चीन के शिनजियांग प्रांत में मुसलमानों पर अत्याचार के विरोध में बांग्लादेश में जोरदार प्रदर्शन हुए. बांग्लादेश की राजधानी ढाका समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में चीन विरोधी मोर्चे निकले, जिसमें उन्होंने साल 1990 में शिनजियांग में हुए उईगुरों के नरसंहार की भी याद दिलाई और पोस्टरों को लहराया. बता दें कि बांग्लादेश में चीन तेजी से निवेश के माध्यम से विस्तार करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन बांग्लादेश के भीतर चीन के तेज विरोध की वजह से उसे दिक्कतें होती दिख रही हैं.
33 साल पहले चीन ने बरपाया था कहर, दिया था नरसंहार को अंजाम
बांग्लादेश में ईस्ट-तुर्किस्तान में 33 साल पहले हुए नरसंहार के विरोध में रैली निकाली गई. ईस्ट तुर्किस्तान को चीन शिनजियांग करता है. लेकिन बांग्लादेश की राजधानी ढाका में बांग्लादेश खिलाफत आंदोलन ( Bangladesh Khilafat Andolan ) ने अपने नेता शहीद जैदिन यूसुफ की अगुवाई में प्रिरोध मार्च निकाला और बांग्लादेशियों के साथ ही पूरी दुनिया को चीनी अत्याचारों की याद दिलाई. प्रदर्शनकारियों ने ईस्ट-तुर्किस्तान पर चीनी कब्जे और उईगुन मुसलमानों के दमन के विरोध में चीन सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की.
ये भी पढ़ें : IMF ने की भारत की तारीफ, World-Class Digital Infra का किया विकास
शिनजियांग में चीन ने ढाए है बेइंतिहा जुल्म
बता दें कि चीन ने ईस्ट-तुर्किस्तान पर कब्जे के बाद से उसका नाम शिनजियांग प्रांत रखा है. यहां वो मुसलमानों को ट्रेनिंग कैंप के नाम पर लेबर कैंप में बंदी बनाकर रखता है. यही नहीं, चीन से भागे उईगुर किसी तरह का विरोध प्रदर्शन न कर सकें, इसलिए वो उनके परिवारों को धमकाता है. चीन में बड़ी संख्या में उईगुर मुसलमानों की बस्तियां उजाड़ दी गईं हैं और वहां बहुसंख्यक हान आबादी को बसाया गया है. ठीक ऐसा ही उसने तिब्बत में भी किया है.
HIGHLIGHTS
- चीन के खिलाफ बांग्लादेश में जोरदार प्रदर्शन
- उईगुर मुसलमानों पर अत्याचारों का विरोध
- साल 1990 के नरसंहार को भी प्रदर्शनकारियों ने दिलाई याद