म्यांमार (Myanmar) के कचिन राज्य में एक जेड खदान में गुरुवार को हुए भूस्खलन (Landslide) के कारण करीब 96 लोगों की मौत हो गई, जबकि सैकड़ों अन्य लापता हैं. यह जानकारी अधिकारियों ने दी. समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने अग्निशमन विभाग के बयान का हवाला देते हुए कहा, मानसून की बारिश के कारण सुबह 8 बजे हापाकांत टाउनशिप के सेत मु गांव में जेड खदान स्थल पर भूस्खलन हुआ. टाउनशिप के अधिकारी ने सिन्हुआ को बताया, काम करने के दौरान ही भूस्खलन हुआ, जिससे वहां सैकड़ों खनिकों के दबे होने की आशंका है.
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अक्सर होते रहते हैं भूस्खलन
अभी तक हताहतों की सही संख्या का पता नहीं चल पाया है और बचाव कार्य जारी है. कचिन राज्य में घातक भूस्खलन अक्सर होते हैं, जिसे जेड भूस्खलन के तौर पर जाना जाता है. ऐसी घटनाएं विशेष रूप से हापाकांत खनन क्षेत्र में होती हैं. इससे पहले नवंबर 2015 में इस क्षेत्र में एक बड़ा भूस्खलन हुआ था, जिसमें करीब 116 लोग मारे गए. फिलहाल राहत और बचाव का काम जारी है. सीजीटीएन के मुताबिक भूस्खलन में अभी भी 200 से ज्यादा लोग फंसे हुए है.
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दुनिया का सबसे बड़ा जेड स्रोत हैं म्यांमार
ख़बरों के मुताबिक हादसे के वक्त सैंकड़ों लोग खदानों से निकले मलबे में जेड पत्थरों की तलाश कर रहे थे. बता दें कि म्यांमार दुनिया में जेड का सबसे बड़ा स्रोत है. म्यांमार के जेड व्यापार की कीमत एक वर्ष में 30 बिलियन डॉलर से अधिक है. वहीं हापाकांत दुनिया की सबसे बड़ी जेड माइन का स्थल है. हापाकांत की खराब विनियमित खदानों में घातक भूस्खलन और अन्य दुर्घटनाएं आम हैं. इस क्षेत्र में ऐसे ही एक भूस्खलन से 2015 में 116 लोग मारे गए थे.
Source : News Nation Bureau