म्यांमार की एक अदालत ने सोमवार को देश की अपदस्थ नेता आंग सान सू की को अवैध रूप से वॉकी-टॉकी आयात करने और रखने और कोविड प्रतिबंधों का उल्लंघन करने का दोषी पाए जाने के बाद चार और साल जेल की सजा सुनाई है. पिछले साल दिसंबर में सू ची को प्रचार के दौरान उकसाने और कोविड-19 नियमों का उल्लंघन करने के लिए दो अन्य आरोपों में दोषी ठहराया गया था और उन्हें चार साल की सजा दी गई थी. हालांकि, यह दो साल के लिए आधा हो गया और 76 वर्षीय नोबेल शांति पुरस्कार विजेता को राजधानी शहर नायपीडॉ में नजरबंद के तहत अपना कार्यकाल पूरा करने की अनुमति दी गई.
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समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार, वॉकी-टॉकीज रखने का आरोप उस समय लगा था जब सैनिकों ने 1 फरवरी, 2021 को सैन्य तख्तापलट के दिन सू ची के आवास पर छापा मारा था. उस दौरान कथित तौर पर प्रतिबंधित उपकरण बरामद किया गया था. सू ची की सरकार को जुंटा द्वारा बेदखल किए जाने के ठीक बाद म्यांमार ने सैन्य शासन के खिलाफ व्यापक विरोध देखा और सुरक्षा बलों ने बड़े पैमाने पर हिरासत और खूनी कार्रवाई का सहारा लिया. इस दौरान 1,400 से अधिक नागरिक अपनी जान गंवा चुके हैं. सू ची पर लगभग एक दर्जन मामले मुकदमे हैं, जिनमें अधिकतम 100 साल से अधिक की जेल की सजा है. अपदस्थ नेता ने इन सभी आरोपों से इनकार किया है. दूसरी ओर, सू ची के समर्थकों ने कहा है कि सेना के कार्यों को वैध बनाने और राजनीति में उनकी वापसी को रोकने के लिए आरोप लगाए गए हैं.
कोरोना के प्रतिबंध तोड़ने के लिए चार साल की सुनाई गई थी सजा
इससे पहले सू की को छह दिसंबर को उकसाने और कोविड-19 प्रतिबंध तोड़ने के लिए चार साल जेल की सजा सुनाई थी. फैसला सुनाए जाने के कुछ घंटे बाद सेना द्वारा स्थापित सरकार के प्रमुख वरिष्ठ जनरल मिन अंग हलैंग ने इसे कम करते हुए आधा कर दिया था.