ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भारतीय मूल के राजनेता ऋषि सुनक को बृहस्पतिवार को नया वित्तमंत्री बनाया. सुनाक इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति के दामाद हैं. वह जॉनसन मंत्रिमंडल में भारतीय मूल के दूसरे बड़े मंत्री हैं. भारतीय मूल की ही प्रीति पटेल इस समय ब्रिटेन की गृह मंत्री हैं. इससे पहले पाकिस्तानी मूल के साजिदा जाविद के पास वित्त मंत्रालय का कार्यभार था. उन्होंने अप्रत्याशित रूप से हाल ही में पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी.
दिसंबर में हुए आम चुनाव में जॉनसन के नेतृत्व में कंजरवेटिव पार्टी भारी कामयाबी के साथ दोबारा सत्ता में आयी है और प्रधानमंत्री ने इस बार अपने मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल किया है. इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति के दामाद ऋषि सुनाक को 'ब्रिटेन के चांसलर ऑफ द एक्सचेकर' बनाया गया है. सुनाक को यह पद साजिद जाविद के अचानक इस्तीफा देने के बाद दिया गया है. यह पद वित्तमंत्री के समकक्ष होता है. ऋषि सुनाक को 'ब्रिटेन के चांसलर ऑफ द एक्सचेकर' बनाया गया है, यह पद वित्तमंत्री के समकक्ष होता है. आपको बता दें कि इसके पहले 39 वर्षीय ऋषि ट्रेजरी के मुख्य सचिव का पद संभाल रहे थे. सुनाक की इस नियुक्ति की पुष्टि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के आधिकारिक ट्विटर हैंडल 10Downing Street से की गई है.
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आपको बता दें कि ऋषि सुनाक शीर्ष सरकारी बेंच में गृह सचिव प्रीति पटेल के साथ ब्रिटेन के चांसलर ऑफ द एक्सचेकर के रूप में शामिल किए जाएंगे. इसके अलावा आपको यह भी बता दें कि सुनाक को यह पदोन्नति ऐसे समय में मिली है जब एक दिन पहले यानि गुरुवार को ही ब्रिटेन के वित्त मंत्री साजिद जाविद ने अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. आपको बता दें कि जाविद का ये इस्तीफा ब्रेग्जिट के कुछ सप्ताह के बाद ही आया है. अगर जाविद ने अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया होता तो वो आगले महीने ब्रिटेन सरकार का पहला वार्षिक बजट पेश करते.
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आपको बता दें कि ब्रिटेन के पूर्व वित्त मंत्री जाविद के प्रवक्ता ने इस बात की पुष्टि की कि वह अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं. जाविद के इस्तीफे के पीछे ब्रिटेन में दिसंबर में हुए चुनाव के बाद प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की संसदीय बहुमत से जीत बताया जा रहा है क्योंकि इस जीत के बाद पीएम बोरिस जॉनसन अपने मंत्रिमंडिल में बड़ा फेरबदल करने वाले हैं. डोमेस्टिक प्रेस एसोसिएशन समाचार एजेंसी ने जाविद के एक खुफिया सूत्रों के हवाले से बताया है कि ब्रिटिश पीएम जॉनसन चाहते थे कि वह अपनी सहयोगी टीम को बर्खास्त करें लेकिन जाविद ने इससे इनकार कर दिया था.