पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ के 2008 मुंबई हमलों में पाकिस्तान का हाथ होने की बात को कबूलने के बाद वो बुरी तरह घिर गए हैं। नवाज ने दावा किया है कि मीडिया ने उनकी बात को गलत तरीके से पेश किया है।
नवाज शरीफ के प्रवक्ता ने कहा कि शुरुआत में भारतीय मीडिया ने नवाज के बयान को गलत तरीके से पेश किया। जिसके बाद दुर्भाग्य से पाकिस्तानी मीडिया के एक बड़े हिस्से ने जान-बूझकर या अनजाने में पता नहीं, पर तथ्यों की जांच किए बगैर उस झूठ को पाकिस्तानी आवाम में फैलाने का काम किया है।
प्रवक्ता ने कहा कि पीएमएल-एन देश की प्रमुख लोकप्रिय राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टी है और उसके सबसे बड़े नेता नवाज शरीफ को पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा को संरक्षित और बढ़ावा देने की उनकी प्रतिबद्धता और क्षमता पर किसी से भी प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है।
गौरतलब है कि शरीफ ने पहली बार एक सार्वजनिक रूप से दिए गए साक्षात्कार में यह बात कबूल की है कि पाकिस्तान में आतंकी संगठन सक्रिय हैं।
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उन्होंने सरकार की मदद से सीमा पार कर मुंबई में हमला करने वाले आतंकी संगठनों को बचाने की नीति पर भी सवाल पूछे हैं।
पाकिस्तान के 68 वर्षीय पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे अलग-थलग होने का कारण हम खुद हैं।
उन्होंने कहा कि आखिरकार वो प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ही थे जिन्होंने मई 1998 में सभी दबावों को झेलते हुए पाकिस्तान को परमाणु सशक्त देश बनाया।
शुक्रवार को पाकिस्तानी अखबार डॉन को दिए गए अपने साक्षात्कार में शरीफ ने मुंबई हमले के मुकदमे के निपटारे में हुई स्पष्ट देरी की भी आलोचना की।
नवाज के बयान पर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, 'इसका जवाब दीजिए कि उन्हं अराजक तत्व कहकर क्या हम उन्हें सीमा पार करने और मुंबई में 150 लोगों की हत्या करने की इजाजत दे सकते हैं?'
वहीं कश्मीर को लेकर रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि वहां सेना आतंकवाद से पूरी कड़ाई से निपटेगी।
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Source : News Nation Bureau