पनामा पेपर मामले में पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ को बतौर प्रधानमंत्री अयोग्य करार दिया गया। इसके बाद शरीफ ने सवाल उठाया कि क्या पाक में बाकी सभी ईमानदार व सच्चे हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री ने दावा किया कि उन्होंने कभी रिश्वत या कमीशन नहीं लिया और कभी सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का जिक्र करते हुए कहा, 'जब मैंने कभी वेतन ही नहीं लिया तो घोषित क्या करता।'
शरीफ ने कहा, 'आप जब कुछ लेते हैं तो समस्या है, आप कुछ नहीं लेते तो भी समस्या है।' उन्होंने कहा, 'क्या मेरे परिवार को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए? क्या इस देश में बाकी सब सादिक, ईमानदार, और अमीन, नेक हैं?' उन्होंने कहा, 'मेरी अंतरात्मा साफ है। अगर मैंने कुछ गलत किया है या इस देश से कुछ ऐसा लिया है जो मेरा नहीं है तो मैं खुद अपराधबोध से घिरा होता।'
नवाज शरीफ का तख्तापलट कर चुके पाकिस्तान के पूर्व सैन्य तानाशाह परवेज मुशर्रफ ने एक टीवी इंटरव्यू में कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने पनामा पेपर्स मामले में नवाज शरीफ के खिलाफ एक अच्छा फैसला सुनाया है। वे इसी लायक थे।
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शरीफ तीन बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने और तीनों बार देश का बेड़ा गर्क किया। इस दौरान उन्होंने न्यायिक तख्तापलट की बात को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि न्यायपालिका ने देश के हक में अपनी जिम्मेदारी पूरी की है।
सुप्रीम कोर्ट ने पनामा पेपर लीक मामले में नवाज शरीफ को आय से अधिक संपत्ति का दोषी पाया और उन्हें प्रधानमंत्री पद छोडऩे को कहा। कोर्ट के फैसले के तुरंत बाद शरीफ ने इस्तीफा दे दिया।
Source : News Nation Bureau