पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भ्रष्टाचार के मामले में खुद के खिलाफ जवाबदेही अदालत के फैसले को चुनौती दी है और इसे निलंबित करने की मांग की है। मीडिया को यह जानकारी सोमवार को दी गई। भ्रष्टाचार के एक मामले में शरीफ को 10 वर्ष की सजा सुनाई गई है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, भ्रष्टाचार रोधी अदालत ने उनकी बेटी मरियम के खिलाफ भी लंदन में चार आलीशान फ्लैट से संबंधित मामले में सात वर्षो की सजा सुनाई है।
दोनों शुक्रवार को लंदन से पाकिस्तान लौटे थे। दोनों इस्लामाबाद के नजदीक रावलपिंडी के अदियाला कारावास में बंद हैं, जहां वे भ्रष्टाचार के दो अन्य मामलों में भी मुकदमे का सामना करेंगे।
शरीफ पर आय से ज्यादा संपत्ति रखने का आरोप है। तीन बार प्रधानमंत्री रहे शरीफ ने इस आरोप को राजनीति से प्रेरित बताकर खारिज किया है।
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उन्हें राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) के साथ 'सहयोग नहीं करने के लिए' एक वर्ष की अतिरिक्त सजा दी गई है।
उनके दामाद को भी मामले के संबंध में एक वर्ष की सजा सुनाई गई है।
शरीफ के वकील ने इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है, जिसमें नवाज शरीफ को दोषमुक्त करने और उनके खिलाफ सभी आरोपों को समाप्त करने की मांग की गई है।
अदालत ने शरीफ पर 80 लाख पाउंड और मरियम पर 20 लाख पाउंड का जुर्माना भी लगाया है।
चार वरिष्ठ वकीलों ने यह याचिका दाखिल की है। इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने हालांकि अभी तक याचिका स्वीकार नहीं की है। याचिका स्वीकार करने के बाद ही सुनवाई की तारीख मुकर्रर होगी।
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Source : IANS