पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग (पीएमएल-एन) ने बीते सप्ताह हुए चुनावों में धांधली के आरोपों की सोमवार को आधिकारिक जांच की मांग की।
पीएमएल-एन की केंद्रीय कार्यकारिणी की लाहौर में बैठक के बाद पार्टी नेता ख्वाजा आसिफ ने संवाददाताओं से कहा, 'हम 25 जुलाई को हुई घटनाओं की जांच के लिए एक न्यायिक आयोग की मांग करते हैं।'
समाचार एजेंसी एफे की रिपोर्ट के मुताबिक, आसिफ ने कहा कि वह चुनावों के दौरान की गई कथित धोखाधड़ी पर एक श्वेत पत्र प्रकाशित करेंगे।
क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान की पाकिस्तान तहरीके-ए-इंसाफ (पीटीआई) चुनाव में सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है, लेकिन उसे नेशनल एसेंबली में बहुमत हासिल नहीं हुआ है। पीटीआई को सरकार बनाने के लिए छोटी पार्टियों व निर्दलीयों के समर्थन की जरूरत है।
पीएमएल-एन व पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी चुनावों में क्रमश: दूसरे व तीसरे स्थान पर रहीं हैं।
चुनाव परिणाम में दो दिन से ज्यादा की देरी की गई और कई पार्टियों ने आरोप लगाया कि उनके प्रतिनिधियों को मतगणना के दौरान मतदान केंद्रों से बाहर कर दिया गया था।
यूरोपीय संघ के चुनाव निगरानी मिशन ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया में समान अवसरों की कमी देखी गई।
कई धार्मिक दलों ने भी फिर से चुनाव कराने की मांग की है और संसद का बहिष्कार करने की धमकी दी है।
पाकिस्तान के इतिहास में यह दूसरा चुनाव रहा जिसमें सरकार ने अपना कार्यकाल पूरा किया था और दूसरी चुनी हुई सरकार के लिए मार्ग प्रशस्त किया। पाकिस्तान के 71 साल के लंबे इतिहास में आधे हिस्से में सैन्य तानाशाहों का शासन रहा है।
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Source : IANS